नई दिल्ली : लेखक एमएम कलबुर्गी की हत्या की कड़ी निन्दा करते हुए साहित्य अकादमी ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर राज्य एवं केंद्र सरकारों से इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कदम उठाने की अपील की तथा लेखकों से कहा कि वे ‘बढ़ती असहिष्णुता’ के खिलाफ लौटाए गए अपने पुरस्कारों को वापस ले लें । लेखकों के प्रदर्शन के मद्देनजर आयोजित एक आपातकालीन बैठक में साहित्यिक इकाई ने इस्तीफा देने वाले सदस्यों से इस्तीफे वापस लेने की भी अपील की ।

लगभग दो घंटे तक चली बैठक के बाद कार्यकारी समिति बोर्ड सदस्य कृष्णास्वामी नचिमुतू ने कहा, ‘अकादमी कलबुर्गी की हत्या की कड़ी निन्दा करती है और राज्य सरकारों तथा केंद्र सरकार से भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कदम उठाने की अपील करती है ।’ आज की बैठक में अकादमी की कार्यकारी परिषद के 24 सदस्यों में से 20 शामिल हुए ।

इस बैठक में के. सच्चिदानंदन शामिल नहीं हुए जिन्होंने यह कहते हुए साहित्य अकादमी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था कि यह ‘‘लेखकों के साथ खड़े होने का अपना दायित्व निभाने और संविधान प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बरकरार रखने में विफल रही है ।’