बर्लिन: भारतीय मूल के नेता अशोक श्रीधरन को बॉन के मेयर पद की शपथ दिलाई गई है। उन्होंने जर्मनी की इस पूर्व राजधानी को निवेश का बड़ा केंद्र और संयुक्त राष्ट्र संस्थानों का यूरोपीय केंद्र बनाने की प्रतिबद्धता जताई है।

49 साल के श्रीधरन के पिता भारत से जर्मनी गए थे और उनकी मां जर्मन नागरिक हैं। कल उन्हें पाषर्दों और जन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में बॉन नगर निगम में एक समारोह के दौरान शपथ दिलाई गई। चांसलर एजेंला मर्केल के क्रिश्यिन डेमोक्रेटिक यूनियन के उम्मीदवार के तौर पर श्रीधरन को 13 सितंबर को हुए महापौर के चुनाव में 50.06 फीसदी वोट मिले। उन्होंने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी (एसडीपी) से सत्ता हासिल की है जिसने 21 वर्षों से ज्यादा समय तक नगर पर राज्य किया।

श्रीधरन भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं, जो जर्मनी के किसी बड़े शहर में प्रशासन प्रमुख होंगे। उन्होंने बुधवार को एसडीपी के अपने पूर्ववर्ती जुरगेन निम्पस्च से पदभार हासिल किया। निम्पस्च ने पिछले वर्ष घोषणा की थी कि अक्तूबर में कार्यकाल खत्म होने के बाद वह चुनावों के लिए नहीं उतरेंगे। परिषद् में गुरुवार के अपने भाषण में श्रीधरन ने बॉन को निवेश का केंद्र बनाने, अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का केंद्र बनाने और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का यूरोपीय केंद्र बनाने के लिए काम करने की प्रतिबद्धता जताई।