नई दिल्ली:  गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मंत्रियों और भाजपा नेताओं की विवादास्पद टिप्पणियों पर यह कहते हुए असहमति जतायी कि जो लोग सत्ता में हैं उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी।

दो अहम मुद्दों पर केंद्रीय मंत्रियों वीके सिंह और किरण रिजिजू की टिप्पणियों पर पैदा हुए हुए विवाद के बाद उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा ‘हम लोग सिर्फ यह कह कर नहीं बच सकते कि बयान को तोड़ मरोड़ कर या दूसरे अर्थों में पेश किया गया। हम लोगों को अपने विचार रखते समय अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।’

उन्होंने कहा ‘मुझे लगता है कि सत्ताधारी दल के नेता होने के नाते हम लोगों को किसी तरह का बयान देते समय अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।’ फरीदाबाद दलित कांड पर सिंह यह कह कर विवादों के केंद्र में आ गये कि अगर कोई कुत्ते पर पत्थर फेंकता है तो इसके लिए केंद्र को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है। गृह राज्य मंत्री रिजिजू ने कुछ दिनों पहले दिल्ली के एक पूर्व उपराज्यपाल की उस टिप्पणी पर सहमति जतायी जिसमें उन्होंने कहा था कि उत्तर भारतीयों को कानून तोड़ने में मजा आता है।

वी के सिंह ने कल यह टिप्पणी करके विवाद पैदा कर दिया कि यदि कोई व्यक्ति किसी कुत्ते को पत्थर मारता है तो उसके लिए केंद्र को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। दरअसल, वह फरीदाबाद में दलित परिवार को जला दिए जाने की घटना पर हो रही आलोचना से केंद्र सरकार का बचाव कर रहे थे।  

हरियाणा के फरीदाबाद में 19-20 अक्तूबर की दरम्यानी रात में दलित परिवार को जिंदा जला दिए जाने की घटना का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि हर चीज के लिए सरकार जिम्मेदार हो, ऐसा नहीं है, जैसे कि यदि कोई एक कुत्ते पर पत्थर फेंकता है तो भी सरकार जिम्मेदार है, ऐसा नहीं है। बाद में उन्होंने कहा कि उनके बयान को मिक्स करके गलत मतलब निकाला गया। उन्होंने कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं।