लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज यहां उनके सरकारी आवास पर नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की और इण्डियन मेडिकल एक्ट, 1939 में अपेक्षित संशोधन कराने के लिए उनके प्रति आभार जताया। संशोधन के तहत अब आयुर्वेद तथा यूनानी चिकित्सकों को माॅर्डर्न मेडिसिन का प्रयोगाधिकार मिल गया है।

प्रतिनिधिमण्डल से भंेट के दौरान मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि इस फैसले से दूर-दराज की गरीब जनता को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध हो सकेगी और उन्हें इलाज में दिक्कत नहीं आएगी। राज्य सरकार जनता को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रही है। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में सभी प्रकार की जांचें निःशुल्क हो रही हैं। गरीबों को मुफ्त दवाइयां मुहैया कराई जा रही हैं। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों की गम्भीर बीमारियों का मुफ्त इलाज कराया जा रहा है।

श्री यादव ने कहा कि ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा एवं ‘102’ नेशनल एम्बुलेन्स सर्विस का लाभ गरीबों और सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में नए मेडिकल काॅलेज स्थापित कर रही है, ताकि चिकित्सकों की उपलब्धता सुलभ रहे।

डाॅ0 मुईद अहमद के नेतृत्व में आए प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि वे प्रदेश की जनता की सदैव सेवा करते रहेंगे। इस अवसर पर डाॅ0 एस0एस0 अशरफ, डाॅ0 अलाउद्दीन, डाॅ0 आर0सी0 वर्मा, डाॅ0 अंशुमन राय, डाॅ0 निहाल अहमद, डाॅ0 जे0पी0 पाण्डेय सहित प्रतिनिधिमण्डल के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।