भारत के तेज गेंदबाज जहीर खान ने इंटरनेशनल क्रिकेट से गुरुवार को संन्यास ले लिया। इससे पूर्व आईपीएल के मौजूदा कमिश्नर राजीव शुक्ला ने ट्वीट करके उनके संन्यास लेने की जानकारी दी थी। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज़ ज़हीर ख़ान ने लंबे समय तक भारतीय आक्रमण की बागडोर संभाली, लेकिन पिछले कुछ समय से फिटनेस की समस्या से जूझ रहे थे। 

जहीर लंबे समय से चोटिल चल रहे थे। इस वजह से उन्हें टीम इंडिया से बाहर रखा गया था। खान ने आखिरी टेस्ट फरवरी, 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था, वहीं आखिरी वनडे अगस्त, 2012 में श्रीलंका के खिलाफ पल्लीकल में खेला था। उसके बाद वे टीम इंडिया में वापसी नहीं कर सके। हालांकि इस बीच 2015 में उन्होंने आईपीएल में वापसी की, लेकिन उनकी गेंदबाजी में धार नहीं दिखी। 37 साल के इस गेंदबाज ने दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से 7 मैच खेले और सिर्फ 5 विकेट ही ले सके। आईपीएल के 8वें सत्र में 17 रन देकर 2 विकेट उनका सबसे अच्‍छा प्रदर्शन रहा।

उन्होंने भारत की ओर से कुल 92 टेस्ट मैचों में 311 विकेट लिए, जबकि 200 वनडे मैचों में ज़हीर ने कुल 282 विकेट लिए। इसके अलावा 17 टी-20 मैचों में उनके नाम 17 विकेट हैं। यानी जहीर ने भारत की ओर से इंटरनेशनल क्रिकेट में 600 से ज़्यादा विकेट चटकाए हैं। 

महाराष्ट्र के अहमदनगर में जन्मे जहीर की किस्मत 21 साल की उम्र में बदली, जब उन्हें पहली बार इंटरनेशनल टीम में शामिल करने के लिए नोटिस किया गया। 23 अप्रैल, 2000 को रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच के आखिरी दिन जहीर ने बड़ौदा की तरफ से खेलते हुए 21 रन देकर 5 विकेट लिए और टीम को जीत दिलाई। उनके इस प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा और वे इंटरनेशनल टीम में शामिल कर लिए गए।

ज़हीर का इंटरनेशनल करियर अक्टूबर, 2000 में शुरू हुआ था। केन्या के खिलाफ उन्होंने पहला वनडे खेला था और उसके कुछ ही दिनों बाद बांग्लादेश के खिलाफ पहला टेस्ट खेला। इसके बाद अगले 14 साल तक वे भारत के मुख्य गेंदबाज़ रहे। इस दौरान उन्होंने भारत को कई टेस्ट जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। अपनी रिवर्स स्विंग गेंदबाज़ी से वे अपने दौर के दिग्गज बल्लेबाज़ों को भी छकाने में कामयाब रहे।

माना जा रहा है कि इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के बावजूद ज़हीर अभी कुछ समय आईपीएल में खेलते नजर आएंगे। वे मौजूदा समय में आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम का हिस्सा हैं।