मुख्यमंत्री ने एमिटी छात्रों द्वारा प्रस्तावित नई यातायात व्यवस्था को दी मंजूर 

लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के सभी शहरों की यातायात व्यवस्था को ठीक करना जरूरी है, क्यांेकि वर्तमान में वाहनों की संख्या काफी बढ़ गई है जिससे सड़क पर चलने में काफी मुश्किल होती है और अक्सरट्रैफिक  जाम हो जाता है। आवागमन में आमजन को दिक्कत न हो इसके लिए प्रदेश सरकार यातायात व्यवस्था को ठीक करने के लिए गम्भीर प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां अपने सरकारी आवास पर एमिटी विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा हाल ही में लखनऊ शहर के लिए गोमती नदी का इस्तेमाल करते हुए प्रस्तावित एक नई यातायात व्यवस्था के प्रथम चरण को लागू करने की मंजूरी प्रदान करने के अवसर पर व्यक्त किए। उन्होंने इस योजना के पहले चरण में कुडि़याघाट से लक्ष्मण झूला पार्क तक कैटामारन फैरीज को चलाए जाने की मंजूरी देते हुए इस चरण को 6 महीने में पूरा करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने इस योजना को प्रदेश के उन सभी क्षेत्रों में लागू करने में भी रुचि दिखाई, जहां नदियाँ मौजूद हैं। उन्होंने इस योजना को बुंदेलखण्ड में लागू करने पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल, विशेष सचिव मुख्यमंत्री प्रांजल यादव, मुख्य अभियंता सिंचाई आर के शर्मा और गोमती नदी के विकास कार्याें को देख रही गैमन इण्डिया कंपनी के प्रतिनिधि उपस्थित थे। 

उल्लेखनीय है कि अभी हाल ही में एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश, लखनऊ परिसर के छात्रों द्वारा इस योजना के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतिकरण दिया गया था, जिसमें मुख्यमंत्री ने रुचि दिखाते हुए इस सम्बन्ध में कुछ सुझाव भी दिए थे।