साॅफ्टवेयर कम्पनी सनगार्ड के साथ किया  गठबंधन 

वैश्विक स्तर पर शीर्ष मुद्रा हस्तान्तरण, विदेशी मुद्रा विनिमय और भुगतान समाधान प्रदान करने वाले ब्राण्ड यूएई एक्सचेंज ने अपनी विकास योजना को और गति प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी को और प्रोन्नत किया है। कम्पनी ने विश्व की शीर्षतम वित्तीय साॅफ्टवेयर कम्पनी सनगार्ड के साथ गठबंधन किया है, इस गठबंधन के बाद कम्पनी अपने ट्रेजरी परिचालन स्वचलित होने के साथ ही वह वैश्विक रूप से परिचालन विकास कर सकेगी।

यह नए साॅफ्टवेयर से यूएई एक्सचेंज में मानव द्वारा किए जाने वाले ट्रेजरी कार्यों को कम करना पड़ेगा, साथ ही मुद्रा हस्तानान्तरण में तेजी आएगी, डाटाबेस सुरक्षित रहेगा, समय पर और सही प्रबन्धन रिपोर्ट्स तैयार हो सकेगी, अनुकूल टेªजरी भुगतान और भुगतानों का केन्द्रीयकरण केवल एक बार माउस पर क्लिक करने के साथ ही हो सकेगा। इसके साथ ही, नई स्वचालित टेªजरी प्रबन्धन प्रणाली(टीएमएस) से अनुक्रमणिकाएं और सभी दस्तावेज स्वचलित रूप से ग्राहक के इलेक्ट्राॅनिक फोल्डर के आर्काइव्स में संग्रहित हो जाएंगे। इस कारण ग्राहक की निजता (प्राइवेसी) और सुरक्षा बढ़ जाएगी साथ ही उसके साथ होने वाली आॅनलाइन धोखाधड़ी से भी वह बच सकेगा। इस प्रक्रिया का एक और प्रमुख लाभ सूचनातंत्र के इलेक्ट्राॅनिक होने के साथ ही वह अपने स्टेटमेंट का आसानी से मिलान कर सकेगा और बैंक कर्मी, अंकेक्षक को मदद मिलेगी, यहां तक कि नियामक अपना काम सुगमता के साथ कर सकेंगे।

इस गठबन्धन के बारे में जानकारी देते हुए यूएई एक्सचेंज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री प्रोमोथ मंगत ने कहा ‘‘ इस उद्योग में एक अग्रणी होने के नाते और बदलते वातावरण के मद्देनजर हम अपनी टेªजरी मैनेजमेंट सिस्टम को और बढ़ाना चाहते थे। हमारा सनगार्ड के साथ भागीदारी के निर्णय से हम अपने कारोबारी क्षेत्र में और भी आगे की ओर बढ़ सकेंगे, क्योंकि कम्पनी ब्राण्ड के अनुरूप अपना प्रदर्शन करने में सक्षम हो सकेंगे। इस नए एकीकृत साॅफ्टवेयर से मूल्यों के उतार-चढ़ाव का जोखिम विभिन्न मुद्राओं में नहीं रहेगा और इसके साथ ही ब्याजदरों में भी धीरे-धीरे कमी आएगी क्यों कि हमारे एक क्लिक मात्र से हमारी टीम बेहतरीन से बेहतरीन विकल्प चुनने के लिए समृद्ध होगी तथा लेनदेन स्वतः ही बंद हो जाएगा, इससे हमारे परिचालन क्षमता में भी सुधार होगा। कुल मिला कर नई आॅटोमेटेड टेªजरी मैनेजमेंट प्रणाली से धोखाधडी की वारदातों में कमी आने के साथ ही ग्राहक की निजता एवं सुरक्षा भी बढ़ सकेगी साथ ही कम्पनी की नियामक नीतियों और प्रक्रियाओं के अनुरूप हम अपना कार्य सुनिश्चित कर सकेंगे।