मिलेनियल (जिनका जन्म 80 और 90 के बीच हुआ है) खूब काम करने के साथ-साथ जमकर पार्टी भी करते हैं। भारत की अग्रणी जनरल इंश्योरेंस कंपनियों में से एक आईसीआईसीआई लोम्बार्ड नें मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, चंडीगढ़, लखनऊ, हैदराबाद और अहमदाबाद जैसे शहरों में एक मल्टी सिटी सर्वे किया था। कमाने वाले लोगों पर फोकस करने के लिए सर्वे में टार्गेट ग्रुप की औसत आयु 25-35 वर्ष निर्धारित की गई थी। 

इस सर्वे से भारतीय मिलेनियल की जीवन शैली और वित्तीय स्थिति से संबंधित कुछ रोचक तथ्यों का पता चला है। आत्मविश्वास आकांक्षा और जागरुकता वाले मिलेनियल हाई स्पेंडिंग ग्रुप में शामिल है जो हर महीनें अपनी आय के लगभग 69 प्रतिशत हिस्से को खर्च कर देते हैं। दिलचस्प रुप से उनके आय का 50 प्रतिशत परिवार व घरेलू सामानों को खरीदने में खर्च हो जाता है इसके बाद ईएमआई और प्रीमियम का नंबर आता है। भारतीय मिलेनियल आराम और मनोरंजन पर काफी खर्च करते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य और चिकित्सा पर वे अपने मासिक आय का केवल 5 प्रतिशत खर्च करते हैं। सर्वे से पता चलता है कि इंश्योर्ड लोगों की तुलना में अनइंश्योर्ड लोग बचत कम और चिकित्सा व्यय पर खर्च ज्यादा करते हैं।

इस सर्वे पर टिप्पणी करते हुए आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के अंडरराइटिंग एंड रिइंश्योरेंस चीफ संजय दत्ता ने कहा कि अर्थव्यवस्था को नया आकार देने के लिए तैयार मिलेनियल जेनरेशन के लिए यही खर्च का मुख्य समय है। आईसीआईसीआई लोम्बार्ड से यह जानकर खुशी हो रही है कि वे अच्छे स्वास्थ्य के महत्व को समझते हैं। हालांकि, औसत मिलनेयिल में स्वास्थ्य बीमा को लेकर जागरूकता की कमी है और उन्हें बीमा के फायदों की सीमित समझ है। उन्हें युवा व स्वस्थ्य रहते हुए ही इंश्योर्डे होने के महत्व को समझाना बहुत जरुरी है।