लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था की बदतर हालात पर गंम्भीर चिंता व्यक्त की है। प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया साईकिल ट्रैक बना रहे है। परन्तु प्रदेश की कानून व्यवस्था को टैªक पर नहीं ला पा रहे है। 

हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि थानों के अंदर लाक-अप में हो रही संदिग्घ आत्महत्यों की घटनाएं बढ़ रही है, फिरोजाबाद में घटी आज की घटना हो या पिछले दिनों बाराबंकी या सीतापुर जनपद की महमूदाबाद की घटना है पुलिस प्रशासन सवालिया घेरे में है। दूसरी तरफ काशी में पुलिस रात्रि में 2 बजे शान्तिपूर्ण ढ़ग से पूजा अर्चना में लगे साधु-संतो पर जिस तरह लाठियां बरसाई उससे तो जलियावाला बाग की घटना भी शर्मिन्दा हो गई अन्तर केवल इतना था कि जलियावाला बाग में बरतानियां हुकूमत ने निहत्थों को घेर कर गोलियों बरसाई थी और वाराणसी में पुलिस के बहादुर अधिकारियों व सिपाहियों ने अविमुक्तेश्वरनंद सरस्वती पर और उनके शिष्यों पर घेर कर जर्बदस्त लाठियां बरसाई उस घटना क्रम को जिसने भी देखा वह पुलिस बल की गुण्डागर्दी पर शार्मिन्दा हो गया। इलाहाबाद, मिर्जापुर हो या प्रदेश भर में पंचायत चुनाव में जिस तरह ताबड़तोड़ हत्याएं हो रही है, वहां कानून व्यवस्था के हालात की आइना है।

हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने प्रदेश की सपा सरकार से सवाल किया कि प्रदेश में काशी में घटी घटना हो या गोण्डा में घटी घटना आखिर हिन्दू मतालाम्बियों पर अत्याचार पर यह सरकार मौन क्यों है ? प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की जनता के जेहन में सवाल गूंज रहा है कि क्या प्रदेश में अलग-अलग वर्ग के लोगों के लिए कानून व्यवस्था की परिभाषाएं अलग-अलग है ?