भारत की अग्रणी एकीकृत इन्फ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस संस्था, आईडीएफसी, ने आज अपनी नई बैंकिंग पहचान – आईडीएफसी बैंक, के लिए नई ब्रांडिंग, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, और प्रबंधन टीम का अनावरण किया।

इस अवसर पर बोलते हुए आईडीएफसी बैंक के एक्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन और प्रबंध निर्देशक डॉ राजीव लाल ने कहा, “एक ब्रांड सिर्फ एक विज्ञापन या एक संदेश ही नहीं होता है, जिसको हम बढ़ावा देते हैं। हमारी कथनी और करनी का ग्राहक भी पूरा अनुभव कर सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए हमारा ब्रांडिंग भी एक ऐसी विचारधारा होनी चाहिए जिस पर हम खुद विश्वास करते हों और हर दिन उसे पूरे दिल से जीते भी हों। हम एक ऐसा लोगो पाने के लिए उत्सुक थे जोकि हमारे देश के जीवंत रंगों को दर्शाता हो। हमारा नया लोगो इस विविधता को दर्शाता है और उपभोक्ताओं की तेजी से बदलती अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए बैंकिंग में परिवर्तन के आगामी रंगों का प्रतीक है।”

आईडीएफसी बैंक की पहचान सबसे पहला और सबसे अधिक दिखाई देने वाला संकेत है जो दर्शाता है कि यह किसी भी अन्य बैंक से अलग बनना चाहता है। बैंगनी, पीले, गुलाबी और नारंगी रंग के साथ इसका पैलेट उज्ज्वल और गर्म जोश से भरा है, जोकि आधुनिक भारत के गुणों – परिवर्तन, ऊर्जा, ताजगी और आशावाद का प्रतीक है। आईडीएफसी बैंक के डीएनए में पारदर्शिता को झलकाने के लिए ये सभी स्पष्ट हैं।  

इसके अतिरिक्त, संस्था ने गैर-कार्यकारी चेयरमैन के रूप में पूर्व केंद्रीय गृह सचिव श्री अनिल बैजल और कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्रबंध निर्देशक के रूप में डॉ राजीव लाल के साथ एक नौ सदस्यीय आईडीएफसी बैंक बोर्ड की घोषणा भी की है। डॉ राजीव लाल, ने आगे कहा, “हम बोर्ड और प्रबंधन के हिस्से के रूप में एक अनुभवी और विविध टीम को पाकर भाग्यशाली रहे हैं। यह आईडीएफसी बैंक को उपलब्ध रणनीतिक और परिचालन मार्गदर्शन की गुणवत्ता के बारे में मजबूत आश्वासन प्रदान करता है।”