लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, राम नाईक ने राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, डाॅ0 प्रणव मुखर्जी से शिष्टाचारिक भेंट की। राज्यपाल ने भेंट के दौरान राष्ट्रपति को उत्तर प्रदेश लोक आयुक्त की नियुक्ति,  विधान परिषद सदस्यों को नामित करने संबंधी विषय पर जानकारी दी। 

राज्यपाल ने राष्ट्रपति के विचारार्थ भेजे गये विधेयक क्रमशः उत्तर प्रदेश सिविल विधि (संशोधन) विधेयक 2015, भारतीय स्टाम्प (उत्तर प्रदेश संशोधन) विधेयक 2015 तथा एरा विश्वविद्यालय लखनऊ, उत्तर प्रदेश संशोधन विधेयक 2015 पर तथा पूर्व में राष्ट्रपति को संदर्भित किये गये विधेयकों यथा उत्तर प्रदेश गिरोहबन्द और समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) (संशोधन) विधेयक 2015, उत्तर प्रदेश गुण्डा नियंत्रण (संशोधन) विधेयक 2015, उ0प्र0 वित्तीय अधिष्ठानों में जमाकर्ता हित संरक्षण विधेयक 2015 के बारे में भी चर्चा की।

श्री नाईक ने राष्ट्रपति को अनौपचारिक रूप से मुज्जफरनगर दंगे पर न्यायमूर्ति (अवकाश प्राप्त) विष्णु सहाय द्वारा 23 सितम्बर, 2015 को प्रस्तुत न्यायिक जांच रिपोर्ट के बारे में अवगत कराया तथा उनसे इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद में पूर्णकालिक कुलपति की नियुक्ति के संबंध में भी विचार-विनिमय किया।