ईदगाह लखनऊ में लाखों मुसलमानों ने नमाज ईद उल अजहा अदा की

लखनऊ: ईद-उल अज़हा की नमाज़ प्रदेश की सबसे बड़ी और तारीख़ी ईदगाह एैशबाग़ में हुई। जिसमें पाँच लाख से अधिक मुसलमानों ने इमाम ईदगाह, लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की इमामत में नमाज़ अदा की।

ईद-उल-अजहा के मुबारक अवसर पर राजनैतिक व समाजिक लीडरो और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ईदगाह पहुँचकर इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली और तमाम मुसलमानों को ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी।

ईद उल अजहा की नमाज से पहले मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने अपने सम्बोधन में ईद उल अज़हा की अहमियत और कुर्बानी की तारीख और उद्देश्य और मौजूदा हालात पर रौशनी डाली।

मौलाना खालिद रशीद ने नमाज़ से पहले नमाजि़यों को सम्बोधित करते हुऐे ईद-उल-अज़हा के महत्व पर रोशनी डालते हुए कहा कि कुर्बानी हज़रत इब्राहीम और हज़रत इस्माईल की यादगार है। इस सुन्नत-ए-इब्राहीमी पर हम लोग अमल करते हुए कुर्बानी करते हैं। कुरआन में अल्लाह फरमाता है कि उस को (खुदा पाक को) न तो कुर्बानी का गोश्त पहुँचता है, न उस का खून बल्कि उसको तुम्हारा तक़वा (नेक काम) पहुँचता है। इस लिए जानवर की कुर्बानी करने से पहले हम को अपनी नियतों का जाएजा अवश्य कर लेना चाहिए और अपने तमाम गुनाहो से तौबा कर लेना चाहिए और इस बात का पक्का इरादा कर लेना चाहिएं कि अब हम दोबारा गुनाह न करेंगे। 

ईद-उल-अज़हा कुर्बानी व अमन का पैग़ाम देती है। इस अवसर पर इमाम ईदगाह लखनऊ ने मुसलमानों से अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी तालीम दिलाने की नसीहत की और इस बात पर भी जोर दिया कि इस्लाम पाकी और सफाई पर बहुत जोर देता है। इस लिए हम सब की जिम्मेदारी है कि अपने मोहल्ले और शहर को साफ करने में सरकार के साथ सहयोग करें।

इमाम ईदगाह ने कहाँ कि हम सब की जिम्मेदारी है कि अपने मुल्क की हिफाजत और तरक्की की हर मुमकिन कोशिश करें। उन्होंने नौजवानों से कहा कि आई0एस0आई0एस0 (प्ैप्ै) से होशयार रहें और उनके बहकावें में न आयें। वह लोग जिस तरह लोगों पर जुल्म कर रहे हैं, वह गैर इस्लामी है। और उसके खिलाफ दारूल उलूम फरंगी महल और बहुत से उलमा फतवा भी दे चुके हैं और अभी हज के मौके़ पर सऊदी अरब के मुफ्ती आजम शेख अब्दुल अजीज़ ने लाखों हाजियों को सम्बोधित करते हुए आई0 एस0 आई0 एस0 को गैर इस्लामी करार दिया और मुसलमानों को उससे दूर रहने की अपील की।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुसलमानों की कई माँगें पूरी की हैं। जैसे यूनानी डाक्टरों की समस्या, उर्दू को रोजी रोटी से जोड़ने का काम और मुअल्लिम उर्दू बाकी रह गए हैं हमें उम्मीद है कि उनको भी जल्द से जल्द नौकरी दी जायेगी। मदरसों को ग्राँट लिस्ट पर लिया जाना उल्लेखनीय है।

मौलाना ने इस मौके पर यह भी माँग की कि सरकारी नौकरियों में मुसलमानों को उनकी आबादी के अनुपात में हिस्सेदारी दी जाए और सुन्नी वक्फ बोर्ड की आर्थिक सहायता की जाए।

इस अवसर पर इमाम ईदगाह लखनऊ ने तमाम मुसलमानों से अपने बच्चों को उच्च से उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य, समय पर पोलियो ड्राप, नियमित टीकाकरण और पर्यावरण को अच्छे से अच्छा बनाने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाने और साफ सुत्थराई की तरफ विशेष ध्यान देने की अपील की।

मौलाना ने नमाज़ के बाद देश व प्रदेश की सुरक्षा, बैतुलमुकद्दस, मक्का और मदीना की हिफाजत, बाबरी मस्जिद का पुनः निर्माण, देश के विकास व उन्नति, अमन, भाई चारा, समृद्धि और कल्याण और विश्व में शान्ति के लिऐ दुआऐं कीं।