महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ समझौते पर हस्ताक्षर 

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने देश 4000 आंगनवाड़ी के विकास और आधुनिकीकरण के लिए, आज वेदांता के साथ समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। 

डॉ राजेश कुमार, संयुक्त सचिव, महिला एवं बाल विकास  मंत्रालय, भारत सरकार और श्री मय ंक अशर, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, केयर्न इंडिया, ने इन अगली पीढ़ी की आंगनवाड़ीयों को विकसित करने हेतु नई दिल्ली में समझौते पर हस्ताक्षर किए। 

इस साझेदारी के माध्यम से वेदांता, बच्चों को शिक्षित करने, कुपोषण को समाप्त करने और भारत में महिलाओं के , बीच व्यावसायिक कौशल विकसित करके राष्ट्रीय स्तर पर समुदायों के उत्थान में मदद करना चाहता है। 

वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने अपने सन्देश में कहा कि, हम मॉडल आंगनवाड़ी स्थापित करने हेतु महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ संबद्ध करके खुश हैं। इन आधुनिक आंगनवाडि़यों के माध्यम से वेदांता, भारत के बच्चों के लिए एक बेहतर माहौल प्रदान करने का प्रयास करेगा। स्वस्थ बच्चे और सशक्त महिलाएं गरीबी और कुपोषण के उन्मूलन करेंगे और एक समृद्ध राष्ट्र का निर्माण करेंगें। इस पहल में सरकार के साथ भागीदारी करना हमारे लिए सम्मान की बात है. विशेष रूप से तब, जब यह देश भर में, बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और महिलाओं को कौशल विकास प्रदान करने के लिए हमारे माननीय प्रधानमंत्री की  दृष्टि के साथ संरेखित होता है। वेदांता नयी पीढी के इन आंगनवाडी केन्द्रों के लिए 400 करोड रूपये से अधिक का संकल्प करती है। यह पहल भी माननीय प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत, महिला कौशल विकास और डिजिटल भारत के दृष्टिकोण के साथ संरेखित है 

विशेष रूप से अपने अपने प्रतिपादन और महिलाओं एंव बच्चों को प्रशिक्षण प्रदान करने की प्रणाली से। अपनी तरह की पहली निजी एंव सरकारी भागीदारी में, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और वेदांता 400 पीढ़ी की आंगनवाडि़यों के निर्माण हेतु साथ आये हैं। जिनका निर्माण उत्तर प्रदेश, आँध्रप्रदेश, असम, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, राजस्थान और तेलंगाना जैसे राज्यों में होगा।