नई दिल्ली। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह ने सेना प्रमुख के पद से रिटायर होने से ठीक पहले कई फाइलें नष्ट की गई थीं। अब सवाल यह उठाया जा रहा है कि उन फाइलों में ऐसा क्या था जिसे जनरल छुपाना चाहते थे। अखबार के मुताबिक 31 मई 2012 को जब वी के सिंह सेना प्रमुख पद से हटाए गए तो उसके पहले 22 से 25 मई 2012 के बीच उन्होंने तमाम गोपनीय दस्तावेज नष्ट कर दिए।

बात यह भी है कि इनमें से ज्यादातर दस्तावेज टेक्निकल सर्विस डिवीजन नाम की उस खास यूनिट से जुड़े हुए थे जो जनरल वी के सिंह ने साल 2010 में बनाई थी। अखबार के सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि नष्ट दस्तावेजों में से ज्यादातर इस यूनिट की तरफ से सेना के खुफिया ऑपरेशन से जुड़े हुए थे। अखबार के मुताबिक जो दस्तावेज नष्ट किए गए उनमें से एक में टेक्निकल सर्विस डिवीजन के हर महीने के खर्च का बैंक स्टेटमेंट भी था। अखबार ने सूत्रों के हवाले से यह भी बताया है कि उस समय टेक्निकल सर्विस डिवीजन के प्रमुख कर्नल हनी बख्शी और इसी डिवीजन के अधिकारी कर्नल सर्वेश ढडवाल से जुड़ी फाइलें भी नष्ट की गई थीं। जनरल वी के सिंह का बनाया सेना का टेक्निकल सर्विस डिवीजन विवादों में रहा है और बाद में इसे खत्म कर दिया गया था।