ईद उल अज़हा हेल्पलाइन –आज के सवाल 

सवाल: 1जिल हिज्ज के पहले अशरे की क्या फजीलत है और उसमें क्या करना चाहिए? सुबहान अली, मडि़याँव

जवाब: 1हदीस पाक में आया है कि इन दस दिनो में खुदा पाक को नेक अमल जितने पसन्द हैं उतने दूसरे दिनो में नही। इस में तिलावत, नफ्ल नमाज, दुआ और रोजे का एहतिमाम करना चाहिए।

सवाल: 2मैंने एक जानवर खरीदा लेकिन बाद में कोई एैब (दोष) निकल गया तो क्या उसकी कुर्बानी सही है? मुहम्मद गुफरान, बाँदा

जवाब: 2एैसे जानवर की कुर्बानी सही नही है। दूसरा खरीद कर कुर्बानी करे।

सवाल: 3हमारे यहाँ लोग कहते हैं कि जानवर खरीद कर ही कुर्बानी दे सकते हैं पालतू नही, कया यह सही है? कफील अहमद, लहरपुर

जवाब: 3यह सही नही है। जानवर को खरीद कर कुर्बानी दें या पाल कर दोनों सही है।

सवाल: 4क्या अंधे जानवर की कुर्बानी शरअई तौर पर सही है? अरमान खाँ, उतरौला

जवाब: 4सही नही है।

सवाल: 5क्या कुर्बानी के जानवर की खाल खुद इस्तिमाल कर सकते हैं? फरीद असलम, राजाजीपुरम

जवाब: 5कर सकते है। मगर बेचने के बाद रकम का इस्तिमाल नही कर सकते।

गौरतलब है कि दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल के अन्र्तगत हर साल की तरह इस साल भी ईद -उल-अज़हा हेल्प लाइन की शुरूआत की गयी है। इस हेल्प लाइन से लोग फोन और वेब साइट के जरिए 15 सितम्बर 2015 से 27 सितम्बर 2015 तक दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक कुर्बानी हज व उमरा और अन्य समस्याओं से सम्बंधित सवालात मालूम कर सकते हैं। जिनके जवाबात इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली नाजिजम दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल की अध्यक्षता में उलमाक्राम का एक पैनल देता है। लोग अपने सवालात इन नम्बरों 94150.23970, 93359.29670, 94151.02947, 9236064987,  और वेब साइट www.farangimahal.in  पर मालूम कर सकते है।