लखनऊ:  पिछड़ा समाज महासभा ने पिछड़ों व दलितों से अपील की है कि ब्राह्मणवादी व्यवस्था को उखाड़ फेंकें। तभी पिछड़ों और दलितों को देश की कुल राष्ट्रीय सम्पत्ति और सत्ता में हिस्सेदारी मिल पायेगी। ये जानकारी आज यहां जारी एक संयुक्त वक्तव्य में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एहसानुलहक मलिक व राष्ट्रीय महासचिव शिवनरायन कुशवाहा ने दी। नेता द्वय ने बड़े स्पष्ट शब्दों में कहा कि ब्राह्मणवादी व्यवस्था ने पिछडों व दलितों को हिन्दू भाई-भाई का नारा देकर देश की कुल राष्ट्रीय सम्पत्ति व सत्ता में 90 प्रतिशत कब्जा करके सत्ता पर इतनी मजबूत पकड़ बना ली है। आज पिछड़ों व दलितों को किसी भी स्तर पर कहीं भी हिस्सेदारी नहीं देना चाहते हैं। जब-जब पिछड़ों और दलितों ने अपनी हिस्सेदारी की मांग की तो इन ब्राह्मणवादी ताकतों ने हिन्दू-मुस्लिम दंगा या बाबरी मस्जिद जैसे मुद्दे उठाकर पूरे देश में साम्प्रदायिक माहौल बनाकरके पिछड़ों व दलितों को बेवकूफ बनाकर अपना स्वास्र्थ सिद्ध करते रहते हैं। वहीं पर दलितों पर भयंकर अत्याचार, खुलेआम महिलाओं को नंगा करके घुमाना, बलात्कार करना, पिछड़ों को हीन भावना से देखना व समय-समय पर अति पिछड़ों का शोषण करना, मुस्लिमों का कत्लेआम कराना और ये सब खुलेआम होने के बाद भी केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा कार्यवाही न किये जाने से स्पष्ट है कि सत्ता में पूरी पकड़ ब्राह्मणवादी ताकतों की है। नेता द्वय ने यह भी कहा कि 69 वर्ष बाद भी आज दलित व पिछड़े फटेहाल जिन्दगी व्यतीत कर रहे हैं 3 प्रतिशत के लोग मलाई काट रहे हैं। जब तक ब्राह्मणवादी ताकतों का समूल नाश नहीं किया जायेगा तब तक पिछड़ों और दलितों का भला नहीं होने वाला है। नेता द्वय ने यह भी बताया कि कुछ पिछड़ों व दलितों में ऐसे लोग हैं जो अपने स्वार्थ के लिए पाला बदलते रहते हैं। लेकिन पिछड़े व दलित अब ऐसे दलाल नताओं व धर्म के ठेकेदारों को मुकम्मल जवाब देना होगा। वह दिन दूर नहीं है जब ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होगा। नेता द्वय ने पिछड़ों व दलितों से अपील की है कि वह दलाल नेता व धर्म के ठेकेदारों के चंगुल में न फंसकर अपनी एकता के बल पर कुल राष्ट्रीय सम्पत्ति व सत्ता मे हिस्सेदारी लेने के लिए एक जन आन्दोलन खड़ा करें।