लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने सपा सरकार से प्रदेश के औद्योगिक निवेश समिट का सच बताने को कहा। प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार को ‘‘इन्वेस्टमेन्ट समिट’’ का नाटक बंद कर प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए आधारभूत आवश्यकता प्रदेश की कानून व्यवस्था, प्रदेश में विद्युत आपूर्ति की स्थित तथा औद्योगिक विकास के लिए आधारभूत ही ढ़ाचा प्राथमिक आवश्यकताएं है। हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने सवाल किया प्रदेश के मुखिया को सर्वप्रथम कानून व्यवस्था तथा प्रदेश में विद्युत आपूर्ति जैसे कठिन प्रश्नों का हल करने के लिए काम क्यों नहीं करती ?

हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने प्रदेश सरकार की बागडोर सम्हालने के बाद प्रदेश के मुखिया आगरा में सी.आई.आई. द्वारा आयोजित विजनेश समिट में भाग लिए थे जिसके आयोजन में प्रदेश सरकार मुख्य पार्टनर थी, यदि प्रदेश सरकार के मुखिया उ0प्र0 के औद्योगिक विकास के लिए समिट में भाग लेने वाले प्रमुख उद्योगपति के0के0 मोदी जी द्वारा कही गई बात पर ही ध्यान देते तो सम्भवतः प्रदेश में औद्योगिक विकास हेतु निवेश साकार हुआ होता। श्री मोदी ने समिट के सम्वोधन में कहा था कि उद्योगपति प्रदेश के माहौल, विद्युत आपूर्ति की स्थित तथा कानून व्यवस्था की स्थित के आंकलन के बाद ही निवेश पर विचार करेगा। यहां तक कि जो भारतीय कार्पोरेट 2013 की उस समिट में शामिल हुए थे उनमें से किसी ने भी उ0प्र0 में निवेश को लेकर कुछ नहीं बोला और यू0एस0 विजनेश फोरम के लोगो ने जो रूचि दिखाई थी वह भी साकार नहीं हो सकी।

हरिश्चन्द्र श्रीवास्त ने कहा कि यर्नेस्ट एण्ड यंग द्वारा जून 2014 में दिल्ली में आयोजित विजनेश समिट जिसकी प्रदेश सकरार ने बड़ी जोर-शोर से चर्चा की तथा यह घोषणा की गई कि 54000 करोड़ निवेश के अनुबंध हस्ताक्षरित हुए खोखली साबित हुई। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि व्यवहारिक रूप से 54000 करोड़ का बहुप्रचारित निवेश अनुबंध धरातल पर नहीं आ पाया है।