राज्यपाल ने जयपुरिया इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट स्थापना दिवस कार्यक्रम का उद्घाटन किया 

लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, राम नाईक ने आज जयपुरिया इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट लखनऊ के 20वें स्थापना दिवस के अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सूचना और ज्ञान के इस युग में दूरियाँ कम हो गयी हैं। सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग ज्ञान में बदलकर जीवन को बेहतर बनाने का प्रयोग किया जा सकता है। पूरा विश्व बाजार बन गया है। गुणवत्ता के आधार पर आगे बढ़ने के लिए आत्म विश्वास जरूरी है। 

श्री नाईक ने कहा कि हमारे देश में सबसे बड़ी कमी यह है कि समय पर काम पूरा नहीं होता। जिसके कारण समय भी ज्यादा लगता है और व्यय भी बढ़ जाता है। प्रबंधन में यह बात महत्व का मुद्दा है। अपने अनुभव से सीखें और दूसरों में बाटें। उन्होंने कहा कि व्यय और समय का ध्यान दें क्योंकि प्रबंधन की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण है।

राज्यपाल ने कहा कि योजना बनाकर बेहतर से बेहतर काम करने का प्रयास करें। व्यक्तित्व विकास के चार मंत्र बताते हुए उन्होंने छात्रों से कहा कि सफल भविष्य के लिये सदैव प्रसन्नचित रह कर मुस्कराते रहे। दूसरे के अच्छे गुण की प्रशंसा करें तथा अच्छे गुणों को आत्मसात करने की कोशिश करें। दूसरों को छोटा न दिखाये और हर काम को और बेहतर ढंग से करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौती का सामना करने में स्पर्धा एवं आत्मविश्वास जरूरी है। 

राज्यपाल ने इस अवसर पर विजेता टीम को मिडकाम बिजनेस चैलेन्ज अवार्ड के रूप में रू0 पांच लाख का पुरस्कार देकर सम्मानित किया तथा 2014 के मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति भी प्रदान की तथा संस्थान के पूर्व निदेशकों एवं कर्मचारियों को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने स्थापना दिवस स्मारिका का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम में श्री शरद जयपुरिया अध्यक्ष जयपुरिया ग्रुप, श्री श्रीवत्स जयपुरिया उपाध्यक्ष, श्री आनन्द नारायण कपूर उपाध्यक्ष मिडकाम बिजनेस तथा प्रो0 अशरफ रिज़वी निदेशक जयपुरिया इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट ने भी अपने विचार रखे।