लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने नई दिल्ली की औरंगजेब रोड का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम करने के फैसले को गलत परंपरा की शुरुआत बताया है। उन्होंने ललित मोदी व व्यापम जैसे मसलों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मौन को सत्ता का अहंकार बताया है।

बसपा प्रमुख ने कहा मुगल शासक औरंगजेब व भारत रत्न अब्दुल कलाम, दोनों ही अपने-अपने समय में खास महत्व रखने वाली हस्तियां हैं। ऐसे में एक व्यक्ति के नाम को हटाकर दूसरे के नाम पर सड़क का नामकरण संकीर्ण मानसिकता को प्रदर्शित करता है। उन्होंने इस सोच की निंदा करते हुए कहा इससे देश की बदनामी भी होती है। बसपा प्रमुख ने कहा कि आइपीएल के ललित मोदी से जुड़े मसले हों या व्यापम जैसे महाघोटाले, प्रधानमंत्री इस मसले पर मौन रहकर सत्ता का अहंकार दिखा रहे हैं। वह कालाधन वापसी व भ्रष्टाचार उन्मूलन के बारे में बात करने का नैतिक अधिकार तक खो चुके हैं। मोदी सरकार ने सैनिकों के संबंध में वन रैंक, वन पेंशन को लागू करने का वादा भी नहीं निभाया है। उन्होंने कहा कि गरीबों व अति जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न, रसोई गैस आदि की आपूर्ति को आधार कार्ड से जोड़ देने के कारण अस्थायी पते पर रहने वाले लाखों लोग सरकारी सब्सिडी से वंचित कर दिये गए हैं। मोदी सरकार छोटे व मझोले व्यापारियों को भी बहुत निराश कर रही है।