महीरा खान, पाकिस्तानी ड्रामा क्वीन ने जिंदगी के शहर-ए-ज़ात में फलक के रूप में दर्शकों का मनोरंजन करना जारी रखा है। छोटी कद-काठी वाली टैलेंट की इस पुडि़या में कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें अधिकतर लोग नहीं जानते। बेहद मेहनती महीरा को परफेक्शनिस्ट के तौर पर जाना जाता है। हर दृश्य के लिए, महीरा बहुत संजीदा होती है और उनका मानना है कि सभी दृश्यों की विश्वसनीयता पूर्ण हो और ऐसा करने के लिए वे किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहती हैं। सोमवार से शनिवार रात 8 बजे जिंदगी चैनल पर प्रसारित शहर-ए-ज़ात में महीरा ने खुद को मिस परफेक्शनिस्ट साबित किया। 

मनोरंजन उद्योग में उन दृश्यों के लिए डुप्लीकेट का इस्तेमाल करना आम बात है जो किसी कलाकार के कम्फर्ट जोन से बाहर होते हैं। हालांकि, महीरा को यह रास नहीं आता। शहर-ए-ज़ात में, एक सीन था, जिसमें फलक अतीत की गई हर गलत चीज को मिटाने के लिए उत्तेजित हो जाती है और क्रोध में आकर गंदे पानी में खोदना आरंभ कर देती है और कुछ मायावी -भगवान को खोजने की कोशिश करती है। समर्पित परफेक्शनिस्ट होने के नाते, महीरा खान असली कीचड़ में हाथ डालने से कतई शरमाई नहीं और डुप्लीकेट से यह सीन करवाने के बजाय उन्होंने खुद इसे किया। वे पत्थरों से भरे कीचड़ में गईं और सीन की वास्तविकता को सुनिश्चित किया।