नई दिल्ली। ‘ललितगेट’ पर लोकसभा में जारी बहस के दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बहाने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। राहुल ने गांधी जी के तीन बंदरों का हवाला देते हुए कहा कि मोदी जी ने ‘बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो, बुरा मत देखो’ को बदलकर ‘सच मत सुनो, सच मत कहो और सच मत देखो’ कर दिया है। मोदी के चुनाव प्रचार के दौरान काले धन पर सख्ती की बातें याद दिलाते हुए राहुल ने कहा कि ललित मोदी देश में काले धन का प्रतीक हैं। उनपर पीएम क्यों खामोश हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी रेडियो पर मन की बात करते हैं। पर इस समय देश के मन में क्या चल रहा है, ये वो नहीं देख-सुन पा रहे हैं। मोदी जी ने चुनाव से पहले कहा था कि 15 लाख रुपये हर नागरिक के अकाउंट में जाएंगे। देश जानना चाहता है कि वो 15 लाख कहां गए? देश सुनना चाहता है कि आप ललित मोदी को क्यों बचाना चाहते हैं? मोदी जी ने चुनाव से पहले कहा था कि न खाऊंगा और न ही खाने दूंगा। देश की जनता ने उन पर भरोसा किया था। अब मोदी जी के पास हिम्मत नहीं है कि वो इस सदन में बैठें और जवाब दें।

मोदी के बाद राहुल ने सुषमा स्वराज पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कल सुषमा जी ने मुझे टोका और कहा कि बेटा इतना गुस्सा क्यों हो? तो मैं आज फिर से कह रहा हूं कि मैं सुषमा जी से गुस्सा नहीं हूं। सुषमा जी आप मदद करती हैं। लेकिन आप दुनिया में पहली हैं, जो छिपकर मदद करती हैं। आपने मदद की बात प्रधानमंत्री को क्यों नहीं बताई।