पत्र लिखकर लोकसभा, राज्यसभा सदस्यों को किया आमंत्रित 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, राम नाईक ने प्रदेश के विकास पर विचार-विनिमय के लिए उत्तर प्रदेश से लोकसभा एवं राज्यसभा सदस्यों (सांसदों) को आमंत्रित करते हुए पत्र लिखा है कि ‘एक साल की कार्यावधि में राजभवन में आप महानुभावों से मुलाकात नहीं हो सकी है। आप महानुभावों से मुलाकात कर मुझे प्रसन्नता होगी और राज्य के विकास के लिए सार्थक वार्तालाप भी हो सकेगा।‘ 

राज्यपाल ने ऐसे सभी सांसदों को पत्र भेजा है जिनसे अभी तक उनकी भेंट नहीं हो सकी है। राज्यपाल द्वारा भेजे गये पत्र में उल्लेख किया गया है कि उनके एक वर्ष के कार्यकाल में उन्होंने राज्य के अनेक जिलों का दौरा कर वहां के सामाजिक परिवेश तथा समस्याओं को जानने एवं समझने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश से संबंधित समस्याओं के बारे में राज्य सरकार से वार्ता भी करते रहे हैं और समय-समय पर सुझाव भी देते हैं।

श्री नाईक ने पत्र में कहा है कि वे राज्य के 25 विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति होने के कारण राज्य विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा का स्तर और गुणवत्ता सुधारने हेतु निरन्तर प्रयासरत हैं। संसद सदस्य अपने संसदीय क्षेत्र के विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों से संबंधित समस्याओं से अवगत करा सकते है। जनप्रतिनिधि के तौर पर काम करते हुए उनके संसदीय क्षेत्र की राज्य सरकार से संबंधित परियोजनाओं/विकास कार्यों के लिए उनके सुझाव स्वागत योग्य हैं।