नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के निजी सचिव और आईएएस अफसर मोहम्मद शाहिद का स्टिंग दिखाने वाले पत्रकार अशोक पांडेय को केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव को उत्तराखंड सरकार से पूरी जानकारी लेने को भी कहा है। स्टिंग दिखाने वाले पत्रकार अशोक पांडेय को उत्तराखंड सरकार अब तरह-तरह से तंग कर रही है। उत्तराखंड के देहरादून में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार अशोक पांडेय के मामले को लेकर नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) के एक प्रतिनिधिमंडल ने केन्द्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की। गृहमंत्री के सामने सारे तथ्यों की जानकारी विस्तृत रूप से रखी गई। एनयूजे के प्रतिनिधिमंडल ने राजनाथ सिंह से मांग की कि वरिष्ठ पत्रकार अशोक पांडेय को न्याय दिलाया जाए। उनके मकान को तोड़ने की कार्रवाई में शामिल विभिन्न विभागों के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही पीडि़त वरिष्ठ पत्रकार को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई राज्य सरकार से कराने की मांग की। इस मामले में केंद्रीय गृहमंत्री ने सभी मांगों पर सहमति जताते हुए पूरे सहयोग का आश्वासन दिया है।

अशोक पांडेय ने केंद्रीय गृहमंत्री से कहा कि उत्तराखंड की हरीश रावत सरकार उन्हें प्रताडि़त कर रही है और उन्हें व उनके परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी और राज्य के मुख्यमंत्री के सचिव मो. शाहिद का स्टिंग आपरेशन जारी होने के बाद से ही मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत सरकार पत्रकार अशोक पांडेय को तरह तरह से प्रताडि़त कर रही है। 4 अगस्त को मुख्यमंत्री के निर्देश पर देहरादून में पांडेय के मकान को तोड़ दिया गया। 5 अगस्त को पांडेय के खिलाफ देहरादून कोतवाली में एक झूठा मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है।

प्रतिनिधिमंडल में एनयूजे के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र प्रभु, डा नंदकिशोर त्रिखा, पूर्व राष्ट्रीय महासचिव रासविहारी, प्रथम प्रवक्ता  के संपादक रूप चौधरी एनयूजे राष्ट्रीय सचिव प्रमोद सैनी, दिल्ली पत्रकार संघ के पूर्व अध्यक्ष मनोज वर्मा, दिल्ली पत्रकार संघ के अध्यक्ष अनिल पांडे, पत्रकार अशोक पांडेय और जयद बाजपेई शामिल थे।