लखनऊ। भाजपा के पूर्व राज्य सभा सदस्य और वरिष्ठ भाजपा नेता रामनरायण साहू ने  कहा कि कांग्रेस पार्टी को अपना लम्बा कार्यकाल याद करते हुए सोचना चाहिए कि संसद में निलम्बन कोई नई बात नही है। संविधान के दायरे में कांग्रेस के कार्यकाल में भी निलम्बन होते रहे है। लगातार लोकसभा एवं राज्य सभा की कार्यवाही में दखल डालकर कांग्रेस देश और जनता दोनों को धोखा दे रही है। रोजना दोनों सदनों के संचालन में करोड़ों रूपये जनता की गाढ़ी कमाई के खर्च हो रहे है। विकास कार्य प्रभावित हो रहे है। कई विधेयक जो जनहित के है पारित नही हो पा रहे है।

श्री साहू ने कहा कि कांग्रेस के लिए बेहतर होगा कि सदन को सूचारू यप से चलने देने में मदद करे और देश की खातिर अहम विधेयकों को पारित होने में मदद करें। उन्होंने कहा कि भाजपा की खातिर न सही देश और जनता की खातिर सदन को चलने दें। उन्होंने कहा कि संवृद्धि के लिए देश के पास अच्छा मौका है। उन्होंने कहा कि जब सरकार कांग्रेस के हर सवाल का खुला जबाब दे रही है सदन में खुली बहस को तैयार है तो ऐसी स्थिति में सदन को बांधित करना हठधर्मिता है। उन्होंने कहा कि सारे विकल्प खत्म हो जाने के बाद कांग्रेसी सांसदों का निलम्बन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कांग्रेस भाजपा द्वारा विपक्ष में रहने के दौरान अपनाए गए मार्ग पर ही चलना चाहती है तो क्या वह उन सकारात्मक कदमों को भी उठायेगी, जो हिन्दुत्व के मुद्दे पर उठाये है? उन्होंने कहा कि ऐसे कैसे हो सकता है कि आरोपों को बल पर ही किसी को दोषी ठहरा दिया जाए। किसी व्यक्ति को सिर्फ इसलिए दोषी ठहरा कर दण्डित कर दिया जाए कि कांग्रेस ऐसा चाहती है। एक ओर कांग्रेस सुषमा स्वराज और ललित मोदी मामले में जांच चाहती है दूसरी तरफ न्यायधीश की तरह सजा भी सुना रही है। उन्होंने कहाकि ऐसी स्थिति में तो यही कहा जा सकता है कि लोकसभा की करारी हार और वर्षो सत्ता में रही कांग्रेस को सत्ता जाने के बाद से कुछ सूझ ही नही रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल कांग्रेस एक भटकते हुए जहाज की तरह है और यह जहाज तब तक ऐसे ही भटकता रहेगा जब तक कि उसके समाने कोई तूफान या चट्टान न आ जाए।