लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा अखिलेश सरकार की नाकामियों से घबराई समाजवादी पार्टी मुसलमानों के बीच भ्रम और भय का वातावरण बनाने में जुटी है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि प्रदेश में मुसलमानों के खिलाफ होने वाली साजिशों को बेनकाब करने की बजाय असत्य और भ्रामक प्रचार करते हुए समाजवादी पार्टी मुसलमानों को डरा कर अपने पाले में रखने की कोशिश में लग गयी हैं। एक बार फिर प्रदेश साम्प्रदायिक हिंसा में पहले पादान खड़ा हो मुख्यमंत्री के राईजिंग यूपी के नारे को साकार कर रहा है। गये छः माह में सरकारी आकड़ो के अनुसार प्रदेश में 68 साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाओं में 10 लोग मारे गये 224 लोग घायल हुए है। किन्तु जिन्हे महामहिम कहने में लज्जा आती है, उन्हें इन आकड़ो पर लज्जा नहीं आती है।

सोमवार को पार्टी मुख्यालय पर अखिलेश सरकार के स्वास्थ मंत्री अहमद हसन के कथन कि ‘‘मुसलमानों के खिलाफ बड़ी साजिश रची जा रही है’’ पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सरकार के कद्दावर मंत्री है, सजिशों की जानकारी है, तो साजिशकर्ताओं को बेनकाब क्यों नहीं करते ? जब-जब समाजवादी पार्टी सत्ता में आती है तो राज्य में साम्प्रदायिक तनाव कि घटनाओं में क्यों इजाफा हो जाता है ? मुसलमानों को सुरक्षा और सम्मान दिलाने का दावा करते लोग अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के बजट को न खर्च कर पाने के आरोपी है, जब अल्पसंख्यों के कल्याण के लिए आवंटित बजट खर्च ही नहीं हो पा रहा है तो विकास के दावे कैसे।

उन्होंने कहा कि क्या मदरसे पढ़ाई के लिए नहीं है, फिर मदरसों में भी बेहतर शिक्षा हो, इसको ंलेकर क्यों घबराहट मंे है सपाई नेतृत्व। अखिलेश सरकार में गिरते शिक्षा के स्तर को ठीक करने की बजाय, पाठयक्रम में बदलाव की बात का हौवा खड़ा कर, बिलावजह धु्रवीकरण के प्रयास किये जा रहे है। देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था है और लोकतंत्र में हर व्यक्ति को अपने धर्म के अनुसार इवादत करने का अधिकार है, फिर नमाज के लिए कहा से बात आ गयी। समाज में जाति और मजहब का जहर घोलने की कोशिश में जुटे लोग भाजपा पर अर्नगल आरोप लगा अपनी सरकार के विरूद्ध पनप रहे जनाक्रोश से बचने की जुगत में लगे है। उन्होंने पूछा कि आतंकवाद के नाम पर बेगुनाहों को सताने का कार्य प्रदेश मंे कहां हो रहा है, हो रहा है तो उसे रोकने का उपाय क्यों नहीं करती अखिलेश सरकार। हाँ यह जरूर हो रहा है कि अखिलेश राज में पीडि़तों की प्राथमिकी नहीं दर्ज हो रही है, न्याय की लोकतंत्रिक ढंग से मांग कर रहे लोगों पर फर्जी मुकदमे लगाये जा रहे है।

श्री पाठक ने कहा कि मजहबी जातिय राजनीति के भरोसे सामना करने 2017 की चुनौती का सामना करने में जुटे सपाईयों को विकास और सुरक्षा पर जबाव देना होगा जिसमें निरूत्तर हैं।