लखनऊ: तेहरान में एहले सुन्नत की मस्जिद ध्वस्त किए जाने की गलत खबर को सिर्फ एक अफवाह बताते हुए सात सदस्यीय उलमा कमेटी ने ऐसी अफवाहें फैलाने वालों की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ऐसी अफवाहें सऊदी और इसराइल के एजेंट फैलाते हैं । तेहरान मै किसी एहले सुनन्त की मस्जिद को ध्वस्त नही किया गया है यह केवल ईरानी सरकार को बदनाम करने के लिए अफवाह फैलाई गई। वास्तव यह है कि ऐसा तेहरान में कुछ नहीं हुआ।

उलेमा ने ऐसे निराधार समाचार और अफवाहों पर बयानबाजी करने वालों की भी कड़ी निंदा की और कहा कि ये लोग उस समय कहां थे जब बेहरेन में 40 से अधिक मस्जिदों को शहीद कया गया और सऊदी अरब में प्राचीन मस्जिदों को ध्वस्त किया गया । सऊदी अरब में मस्जिद रद्दे शम्स, मस्जिदे हजरत बिलाल, मस्जिदे हजरत सलमान फारसी को शहीद किया गया था लेकिन किसी की तरफ से एक निंदा का बयान नहीं आया। ऐसे लोग केवल ईरान दुश्मनी में बयानबाजी करने के लिए सामने आते हैं और वह भी गलत खबरों और अफवाहों पर बयान देते हैं ।

सभा में उलमा कमेटी के मौलाना रजा हुसैन, मौलाना तसनीम महदी, मौलाना इफ्तिखार इन्किलाबी, मौलाना फिरोज हुसैन, मौलाना हसन जाफर, मौलाना शबाब हैदर और अन्य मुस्लिम उलेमा ने भाग लिया।