नई दिल्ली। अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाले सपा नेता आजम खां ने याकूब मेमन की फांसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कानून की सर्वोच्चता बरकरार रहनी चाहिए। आजम ने कहा कि जो लोग इसमें शामिल हैं वे सज़ा पाएंगे। उन्होंने कहा कि 6 दिसंबर 1992 से पहले लोग एके-47, 56 को नहीं जानते थे। आतंकियों की हिमायत करना गलत है।

बता दें कि याकूब मेमन को फांसी देने का कई सियासी दिग्गज विरोध कर रहे हैं। कई ने तो खुलकर अपनी नाखुशी भी जताई है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, शशि थरूर, एमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी, सपा नेता अबू आजमी और मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने फांसी पर असहमति जाहिर करते हुए इसे गलत बताया है। दिग्विजय और थरूर के ट्वीट चर्चा में हैं।

याकूब मेमन को आज सुबह नागपुर जेल में फांसी दे दी गई। उसे शव को लेकर उसका परिवार मुंबई पहुंच चुका है। मुंबई के मरीनलाइन के बड़ा कब्रिस्तान में उसे दफनाया जाएगा।