लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री अहमद हसन ने विश्व स्तनपान सप्ताह (1 से 8 अगस्त 2015) के दौरान बच्चों को जन्म से ही स्तनपान कराने के लाभ से बच्चों के अभिभावकों विशेषकर माताओं को जागरूक बनाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्रों में तैनात चिकित्सक, चिकित्सा कर्मी व ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात ए0एन0एम0, आशाबहुएं व आंगनबाड़ी कार्यकत्री माताओं को नवजात शिशुओं को जन्म से ही बच्चों को स्तनपान कराने के लाभ से अवगत करायें।

इस संबंध में प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अरविन्द कुमार व महानिदेशक स्वास्थ्य डा0 विजय लक्ष्मी ने बताया कि 1 से 8 अगस्त 2015 तक आयोजित विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान माताओं को जन्म के एक घंटे के अन्दर स्तनपान की शुरूआत कराने के लाभ से अवगत कराने के निर्देश चिकित्सा कर्मियों को निर्देश दिये गये है। उन्होंने कहा कि बच्चों को 6 माह तक केवल मां का दूध ही पिलायें तथा पानी, घुट्टी या शहद आदि बिल्कुल नहीं देना चाहिये।

छः (6) माह पूरे होने पर बच्चे को ऊपरी पूरक आहार की शुरूआत करें तथा कम से कम दो वर्ष तक बच्चे को स्तनपान जारी रखें, कामकाजी मातायें भी अपने बच्चे को स्तनपान कराने के प्रति विशेष ध्यान रखें। उन्होंने शहरी मलिन बस्तियों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों को मां द्वारा स्तनपान कराये जाने के लाभ के साथ ही उन्हें स्वयं की साफ सफाई पर भी ध्यान देने हेतु जागरूक करने के निर्देश स्वास्थ्य कर्मियों को दिये हैं।