लखनऊ: पिछड़ा समाज महासभा ने केन्द्र सरकार से मांग की है। देश में हुये सामाजिक व आर्थिक गणना की रिपोर्ट तत्काल जारी किये जाने पिछड़ो, दलितों, मुस्लिमों व इसाईयों को उनकी आबादी (जातिवार) के अनुपात में सभी स्तरों पर हिस्सेदारी दिये जाने शिक्षा व स्वास्थ्य का राष्ट्रीयकरण किये जाने भारतीय संविधान की धारा 341 से धार्मिक प्रतिबन्ध हटाये जाने, निषाद सहित 17 जातियों को दलित जाति में सम्मलित किये जाने पिछड़ो व दलितों को प्रोन्नत में आरक्षण दिये जाने आदि मांगों का निस्तारण 18 अगस्त तक नही होता है तो महासभा 19 अगस्त को लक्ष्मण पार्क में महासभा धरना देगा। यह जानकारी आज यहां जारी एक संयुक्त वक्तव्य में महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, एहसानुलहक मलिक व राष्ट्रीय महासचिव शिवनारायण कुशवाहा, ने दी, नेता द्वय ने यह भी बताया कि पिछड़ो की आबादी देश में लगभग 70 प्रतिशत हो चुकी है लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा सामाजिक, आर्थिक गणना कराने के पश्चात भी रिपोर्ट जारी इसलिये नही की जा रही है कि आबादी के अनुपात में पिछड़े समाज के लोग हिस्सेदारी मांगना शुरू कर देंगे। केन्द्र सरकार को यह नही भूलना चाहिये कि पिछड़े सामाज के लोग अब मांगेगे नही बल्कि छिनेगें, पिछड़ा समाज किसी भी तरह की नाइन्साफी को बर्दास्त करने वाला नही है। नेता द्वय ने यह भी बताया कि 68 वर्ष बीत जाने के पश्चात् भी आज पिछड़ो, दलितों, मुस्लिमों व इसाईयों के हाथ में कटोरा के अलावा और कुछ भी नही है वही 3.5 प्रतिशत के लोगों के पास देश की कुल राष्ट्रीय सम्पत्ति व सत्ता है। अब देश का वंचित समाज इस भेदभाव को बर्दास्त किसी भी दशा में नही करेगा। सरकार को चाहिये की एक बड़े जन आंदोलन से पूर्व वंचित समाज को हिस्सेदारी दे। नेता द्वय ने यह भी बताया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, भूमि व ट्रस्टों का तत्काल राष्ट्रीकरण करें ताकि वंचित समाज के लोगों के जीवन में खुशहाली आ सके और वो सुखमय जीवन निर्वाह कर सकें। नेता द्वय ने यह भी बताया कि 341 पर से तत्काल धार्मिक प्रतिबन्ध हटाये जाये निषाद सहित 17 जातियों को दलित समाज में सम्मलित किया जाये, पिछड़ो और दलितों को प्रोन्नत में आरक्षण दिया जाये।

नेता द्वय ने सभी वंचित समाज के लोगों से अपील की है कि 19 सितम्बर को अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर धरने को सफल बनायें।