नई दिल्ली: पंजाब के गुरदासपुर में आतंकी हमले के बाद बीसीसीआई ने आज भारत-पाकिस्तान के बीच तुरंत क्रिकेट संबंध बहाल करने की संभावना नकार दी। माना जा रहा है कि इस हमले में सरहद पार के आतंकी शामिल थे।

इस साल के अंत में दोनों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध दोबारा शुरू करने को लेकर बातचीत हो रही थी, लेकिन बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि इन हालात में यह शायद संभव नहीं हो।

जब खास तौर पर यह पूछा गया कि क्या भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध दोबारा शुरू होंगे, ठाकुर ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि इन हालात में शायद यह संभव नहीं हो।

ठाकुर ने  कहा, ‘इससे पहले भी यह फैसला नहीं किया गया कि श्रृंखला होगी। सिर्फ पीसीबी ने बीसीसीआई से संपर्क किया था। हम इस पर बात कर रहे थे, लेकिन जब आप बार बार भारत में इस तरह के हमले देखो, पहले जम्मू क्षेत्र में और अब पंजाब में, जहां भारतीय अपनी जान गंवा रहे हैं, एक भारतीय होने के नाते मुझे इसकी संभावना नजर नहीं आती।’

ठाकुर ने कहा, ‘मैं आतंकी हमले की निंदा करता हूं, खासकर गुरदासपुर क्षेत्र में। अगर आप पाकिस्तान के साथ क्रिकेट की बात करो तो हमें समझना होगा कि हमारे लिए प्रत्येक भारतीय का जीवन बेशकीमती है। बीसीसीआई सचिव, सांसद होने के नाते मेरे लिए सभी भारतीयों की जीवन काफी महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ क्रिकेट नहीं, मेरे देश की बात है।’

अनुराग ठाकुर ने साफ किया कि जब तक हालात में सुधार नहीं होता तब तक दोनों एशियाई पड़ोसी क्रिकेट नहीं खेलेंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि क्रिकेट मैदान पर उतरने से पहले यह महत्वपूर्ण है कि दोनों बोर्ड और दोनों देश अपने बीच के मसलों को सुलझाएं। अगर हम इस मसलों को नहीं सुलझाते तो फिर इस बारे में सोचना संभव नहीं होगा।’

आपको बता दें कि पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान ने इस साल मई में कोलकाता में बीसीसीआई अध्यक्ष जगमोहन डालमिया से मुलाकात की थी और इस साल दिसंबर में यूएई में तीन टेस्ट, पांच वनडे और दो टी-20 मैचों की श्रृंखला का प्रस्ताव रखा था। यह श्रृंखला दोनों देशों के बीच पिछले साल मंजूर सहमति पत्र का हिस्सा थी।

भारत ने साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के साथ पूर्ण द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली है। पाकिस्तान ने हालांकि दिसंबर 2012 में दो टी-20 और तीन वनडे मैचों की श्रृंखला के लिए भारत का दौरा किया था।