लखनऊ । क्रिसिल ने कहा है कि पुरानी सीवी (प्री-ओेंड कमर्शियल वाहन) वित्तपोषण व्यवसाय में विकास के अवसर ठोस है, अधिकांश वित्त पोषण की जरूरतें असंगठित बाजार द्वारा पूरी की जा रही है, जिसमें स्थानीय कर्जदाता शामिल है, साथ ही विगत पांच वर्षो में बिकी 3 मिलियन यूनिटों से अधिक सीवी के लिए रिप्लेसमेंट मांग है।

ट्रांसपोर्ट आपरेटरों का नकदी प्रवाह कम डीजल मूल्य के कारण सुधर रहा है, औद्योगिकी गतिविधियों में सुधार की संभावना, बुनियादी अड़चनों के आसान होने  और नीची मुद्रास्फीति के फलस्वरूप सीवी की अधिकतम क्षमता उपयोग की संभावना है और इसके बदले में सीवी वित्तपोषकों के लिए अधिक कलेक्शन कार्यक्षमता है। 

क्रिसिल रिपोर्ट ने प्रकाश डाला है कि श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस पुरानी सीवी वित्तपोषण बाजार में अपनी ठोस प्रतिस्पर्धी स्थिति को बनाये रखेगी और मध्यम अवधि में इस सेग्मेंट की ठोस विकास संभावनाओं से लाभ होगा। 

क्रिसिल ने श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस की फिक्स्ड डिपाॅजिट प्रोग्राम की रेटिंग एफएए$ पाॅजिटिव से सुधारकर एफएएए/स्टेबल कर दी है। एनसीडी को एए/पाॅजिटिव से एए$स्टेबल, दीर्घावधि बैंक सुविधाएं एए/पाॅजिटिव से एए$/स्टेबल कर दी है, जो दर्शाता है कि सीवी क्षेत्र में संभावनाएं सुधर रही है। 

एसटीएफसी धीरे-धीरे विस्तार ग्रामीण बाजारों में कर रही है और इस अवसर का दोहन करने के लिए 776 ग्रामीण केंद्र (31 मार्च 2015 तक) स्थापित की है। क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार एसटीएफसी के पास अपने समकक्षों की तुलना में ठोस ढांचागत लाभ है जिससे इसके विकास योजना को सहयोग मिलेगा और इसे मध्यम अवधि में पुरानी सीवी वित्तपोषण सेग्मेंट में इसकी अग्रणी स्थिति को बनाये रखने में समर्थ बनायेगा। 

एसटीएफसी देश में सबसे बड़ी सीवी वित्तपोषक है। 31 मार्च 2015 को कंपनी के 59,100 करोड रू के असेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) का करीब 91 फीसदी हिस्सा प्री-ओंड सीवी वित्तपोषण का है।