विशेष राज्य के दर्जे पर रहे खामोश, और देने का वादा किया  

पटना: एक दिन के बिहार दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना में पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया, लेकिन जिस विशेष राज्य के दर्जे पर सबकी नज़र थी, उस पर पीएम ने कोई ऐलान नहीं किया। हालांकि उन्होंने बिहार की जनता को ये आश्वासन ज़रूर दिया कि बिहार के लिए विशेष पैकेज के वादे से बढ़कर कहीं ज्यादा दिया जाएगा और सही समय पर इसकी घोषणा की जाएगी।

पीएम मोदी के मुखर विरोधी नीतीश कुमार यहां एक मंच पर साथ नज़र आए। जब नीतीश ने रेल परियोजनाओं में देरी का मुद्दा उठाया, तो पीएम मोदी ने भी उनके सुर में सुर मिलाते हुए परियोजनाओं में देरी के लिए यूपीए सरकार और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव पर निशाना साध दिया।

अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि विकास सभी दुखों की एक दवाई है, विकास का कोई पर्याय नहीं है। ये अच्छी बात है कि इन दिनों राज्यों के बीच भी प्रतिस्पर्धा का मौहाल बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर देश को आगे बढ़ाना है तो राज्यों का विकास जरूरी है, इस मूल मंत्र को लेकर केंद्र और राज्य सबको मिलकर काम करना होगा।

पीएम मोदी ने लालू प्रसाद यादव और यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, बिहार में विकास के काम को रोक दिया गया। पीएम मोदी ने कहा कि वह लंबित परियोजनाओं के बारे में नीतीश के स्वर में स्वर मिलाते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार ने राजनीति की वजह से पीड़ा सही। पीएम मोदी ने कहा कि अब काम भी पूरें होंगे और लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

पीएम मोदी ने बिजली परियोजना के लिए 76,000 करोड़ रुपये की लागत वाली दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना का शुभारंभ किया। इस योजना में केंद्र सरकार 63,000 करोड़ रुपये का योगदान देगी, जिससे बिहार के गांवों में बिजली और पानी की समस्या की स्थिति में सुधार आएगा।

पीएम मोदी ने बिहार में 38 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन के साथ-साथ दो ट्रेनों को हरी झंडी भी दिखाई। पीएम मोदी ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु के साथ राजगीर, बिहारशरीफ, दनियावां, फतुहा यात्री गाड़ी और पटना-मुम्बई एसी सुविधा एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई।