आसफ़ी मस्जिद में ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन, जन्नतुल बकी के पुनर्निर्माण की मांग

लखनऊ:जन्नतुल बकी में  पैगम्बर साहब की बेटी और सहाबा की कब्रों को ढाये जाने के खिलाफ और धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण के लिए आज जुमे की नमाज के बाद आसफि मस्जिद में सऊदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ भव्य प्रदर्शन हुआ। जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शनकारी आसफ़ी  मस्जिद से निकल कर सऊदी सरकार और इजरायल और अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में बड़े इमाम बाड़े के मेन दरवाजे तक आए और गेट पर पहुंच कर प्रदर्शनकारियों को मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद नकवी ने संबोधित किया। 

मौलाना ने कहा कि पूरी दुनिया में जो आतंकवाद हो रहा है उसका संरक्षक सऊदी और इसराइल है । सऊदी सरकार के आतंकवाद का आलम यह है कि वह रसूले खुदा की बेटी, सहाबा और पेगम्बरों की कब्रों और धर्मियों के धार्मिक स्थलों को ढा दिया है । वहाबियत जिसका आधार सऊदी है उसका संस्थापक इजरायल है, इस्लाम के खिलाफ साजिश के तहत वहाबियत को फैलाया गया ।स्थपना ब्रिटेन ने की और आज उसका नेतृत्व अमेरिका और इजरायल कर रहे हैं । मूल रूप से सऊदी तो एक गुलाम है और उसका मालिक इजरायल है ।जू लोग सऊदी के खिलाफ विरोध करते हैं और कहते हैं कि अमेरिका और इसराइल के खिलाफ नारे न लगाना वह केवल गुलाम को बुरा कहते हैं मालिक का समर्थन करते हैं यह कौन सा विरोध है इसका मतलब है कि ऐसे लोगों का विरोध विश्वसनीय नहीं है यह इसराइल के एजेंट हैं उसकी दलील है कि जब लखनऊ में सऊदी और इजरायल की गुप्त बैठक हुई उसमें मौलवी भी शरीक हुए। यह आंखों में धूल झोंकते हैं सऊदी अरब को तो बुरा कहते हैं लेकिन अमेरिका को बुरा कहने से रोकते हैं । मोलाना ने कहा के वहाबीयों के फतवे हैं कि उनके अलावा बाकी सभी मुसलमान मुशरिक व काफरि हैं यदि वे तौबा न करें तो उनकी हत्या करना अनिवार्य है । उनके विचार जानने के लिए उनकी किताबों का अध्ययन आवश्यक है जो इंटरनेट पर भी उपलब्ध हैं । सऊदी मुफ्ती ने फतवा दिया था कि रोजों को जो ढायेगा में उसकी जन्न्त की गारंटी लेता हूं मौलाना ने कहा कि पहले कोई उससे पूछता कि तुम्हारी जन्नत की गारंटी किस ने ली है ।

मोलाना ने सख्त लहजे में कहा कि वहाबी विश्वास के अनुसार या रसूलल्लाह कहना मना है लेकिन वह खुद अल्लाह के शरीर के कायल हैं खुद शिर्क करते हैं और दूसरों पर मुशरिक होने का फतवा लगाते हैं ।मोलाना ने कहा कि अगर अमेरिका अपना समर्थन उठा ले तो सऊदी अरब समाप्त हो जाये । सऊदी अरब के ही पैसे से दाएश, तालिबान और अलकायदा जैसे आतंकवादी संगठन मुसलमानों का नरसंहार कर रहे हैं खासकर शियों को टारगेट किलिंग में मारा जा रहा है ।मोलाना ने कहा कि मुसलमान मिलकर सऊदी सरकार पर दबाव करें कि वह जन्नतुल बकी में रोजों के पुनर्निर्माण की अनुमति दे ताकि रसूले इस्लाम की बेटी और अन्य धर्मियों की कब्र का निर्माण हो सके ।प्रर्दषनकारियों ने  सऊदी सरकार, अमेरिका और इसराइल के खिलाफ नारे लगाये और जन्नतुल बकी के पुनर्निर्माण की मांग की।