नई दिल्ली। राज्यसभा के पूर्व सांसद साबिर अली फिर भाजपा में शामिल हो गए हैं। गुरूवार को पटना में भाजपा सांसद भूपेन्द्र यादव की मौजूदगी में साबिर अली ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की।

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले साबिर अली को भाजपा में शामिल किया गया है। भाजपा के इस कदम को काफी अहम माना जा रहा है। साबिर अली बिहार से आते हैं। बिहार में उनकी पहचान पिछड़े मुस्लिम नेता के तौर पर है। उनका संबंध चंपारण जिले से है,जहां मुस्लिमों की बड़ी आबादी है। साबिर अली को पार्टी में शामिल कर भाजपा मुस्लिमों को लुभाने और उनके बीच अपनी पैठ जमाने की कोशिश करेगी।

लोकसभा चुनाव से पहले भी साबिर अली भाजपा में शामिल हुए थे लेकिन मुख्तार अब्बास नकवी से विवाद के कारण उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। पार्टी ने उस वक्त उनकी प्राथमिक सदस्यता भी रद्द कर दी थी। तब से साबिर अली राजनीतिक परिदृष्य से गायब थे। जब पहली बार साबिर अली भाजपा में शामिल हुए थे तब मुख्तार अब्बास नकवी ने माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम से उनके कथित संबंधों का जिक्र छेड़ विवाद पैदा कर दिया था।

शिवसेना ने भी साबिर अली को भाजपा में शामिल करने पर विरोध जताया था। साबिर अली पहले जदयू में थे। वह दिल्ली में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। जदयू से पहले साबिर अली रामविलास पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी में थे। लोजपा के टिकट पर ही साबिर अली पहली बार राज्यसभा में पहुंचे थे।