नई दिल्ली। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने आज  ईद मिलन कार्यक्रम में कहा है कि कश्मीर उनके लिए अहम मसला है। बासित ने कहा कि ऊफा की बातचीत से साफ है कि हम कनफ्रंटेशन से कॉरपोशन की तरफ बढ़े हैं और सभी मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता है।

पाकिस्तानी हाई कमिश्नर की इस ईद मिलन दावत में कश्मीरी अलगाववादी नेताओं सहित आम आदमी पार्टी के इलियास  आजमी, इमाम बुखारी, दलेर मेहंदी समेत कई और मेहमान ईद मिलन कार्यक्रम में शरीक होने पाकिस्तानी दूतावास पहुंचे।

वहीं दावत में शरीक हुए हुर्रियत नेता मीर वाइज उमर फारूख ने कहा कि कश्मीर के लोग भारत-पाक दोस्ती चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर पर होने वाली बातचीत में कश्मीरियों को भी शरीक किया जाए। उन्होंने बीजेपी को पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की तर्ज पर समस्या के समाधान की कोशिश करने की सलाह भी दी।  दिलेर महंदी भी अब्दुल बसित के ईद मिलन में शामिल होने पहुंचे।

पाकिस्तान वजीर-ए-आजम नवाज शरीफ के होते हुए हिंदुस्तान से अपने रिश्ते बेहतर बनाने है, हमारी ये ख्वाइश है की दोनों देशो के बीच जो मसले है उन्हे हल किया जाए। जिसमे कश्मीर का मसला भी शामिल है। आने वाले वक्त में पिछले 65 साल से जो भी हालात रहे है उनमें कनफ्रंटेशन से कॉरपोशन की तरफ बढ़े। इस पूरे मामले में हमे हिंदुस्तान के कॉरपोशन की जरूरत है।

वह पाकिस्तानी उच्चायोग में आयोजित ईद मिलन कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में हुर्रियत नेता मीरवाइज उमर फारूक और कुछ दूसरे अलगाववादी नेता मौजूद थे। बासित ने कहा है कि हम रिश्तों में सुधार चाहते हैं। हमें अच्छे पड़ोसियों की तरह रहना चाहिए और एक दूसरे के विकास का साधन बनना चाहिए। वहीं कश्मीर मुद्दे पर उन्होंने कहा है कि कश्मीर अहम मुद्दा है और इस मसले पर बातचीत पर रास्ता निकलना चाहिए।