नई दिल्ली : देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआईः ने प्रतिभाशाली कर्मचारियों को अपने साथ जोड़े रखने और उनमें काम के प्रति उत्साह बनाये रखने के लिये अपने वाषिर्क लाभ का 3 प्रतिशत कर्मचारियों को देने की योजना बनाई है। स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरूंधत्ती भट्टाचार्य ने कहा कि बैंक ने इस बारे में वित्त मंत्रालय से मंजूरी मांगी है।

उन्होंने कहा, ‘..अगर आप इस तथ्य को मानते हैं कि जो भी चुनौतियां हैं, उनसे लोग निपटें इसके लिये प्रोत्साहन देना अच्छा रास्ता है .. वे उनका मुकाबला करें। इस संदर्भ में सरकार हमें एक प्रतिशत बांटने की अनुमति देती है। लेकिन हम कह रहे हैं कि हमारे लिये इसे बढ़ाकर 3 प्रतिशत करना जरूरी है।’’ मामला अब वित्त मंत्री के समक्ष है जो इस बारे में निर्णय करेंगे।

उन्होंने कहा, ‘यह खासकर वरिष्ठ प्रबंधन तथा मझोले स्तर के प्रबंधन कर्मचारी के लिये जरूरी है क्योंकि निजी क्षेत्र में जो उन्हें मिलता है, वह सरकारी क्षेत्र के मुकाबले कहीं अधिक है।’ अरूधंत्ती ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप जो लोग अपने गुण और कठिन मेहनत के दम पर उपर तक आते हैं, निजी क्षेत्र उन्हें आसानी से अपने पास बुला लेता है।

उन्होंने कहा, ‘छोड़ना और दूसरे जगह जाना एक प्रवृत्ति बन गयी है। जैसे-जैसे नये बैंक आ रहे हैं, यह प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। इसीलिए, प्रतिस्पर्धी दबाव से निपटने के लिये हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हम अपने लोगों को अच्छा पारितोषिक दें।’ भारतीय स्टेट बैंक ने मार्च 2015 में समाप्त वित्त वर्ष के दौरान 13,101.57 करोड़ रुपये का मुनाफा हासिल किया। इसमें 20 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई। इस दौरान बैंक की कुल आय 1,74,972.96 करोड़ रुपये रही।