लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश सरकार के मुखिया से सवाल पूछा कि प्रदेश में 57 हजार किमी सड़के चलने लायक नहीं क्या यही उत्तम प्रदेश की तस्वीर है ? प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उ0प्र0 को उत्तम प्रदेश महज अखबारी विज्ञापनों तथा सड़क के चैराहों पर खड़ी की गई बड़ी-बड़ी र्होडिगों से सम्भव नहीं है। उन्होंने कहा कि विकास का कार्य सभी को दिखता है। यदि किसी प्रदेश की 57 हजार किमी सड़के गढ्ढों से ही भरी पड़ी है तथा जहां नागरिक मूलभूत सुविधाओं से वंचित है वहां विकास की रोशनी कैसे साकार होगी। 

प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में 1 लाख 40 हजार किमी ग्रामीण सड़कों के 54 हजार किमी सड़के गढ्ढे में तब्दील हो चुकी है। इसी तरह प्रमुख मार्गो में भी सैकड़ो किमी सड़के चलने की हालात में नहीं है। वह बहुत ही जर्जर स्थित में है। उनका नए सिरे निर्माण की आवश्यकता है। भाजपा प्रवक्ता ने प्रदेश सरकार पर विकास के प्रति उदासीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि केवल लखनऊ जोन की 7.5 हजार किमी सड़के अत्यन्त खस्ता हाल है।

हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि तीन वर्ष के कार्यकाल में सपा सरकार जिला मुख्यालयों को भी फोर लेन सड़को से नहीं जोड़ सकी है। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि 30 जिले तो पहले से ही फोर लेन सुविधा से जुड़ चुके थे शेष 45 जनपदों में से आधा दर्जन से अधिक जिले ऐसे है जिस पर अभी तक काम ही प्रारम्भ नहीं हुआ है जबकि 19 जिलों को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को 4 लेन सड़क से जोड़ना था जिसमें 6 जनपदों का कार्य उसने पूरा कर लिया शेष भी प्रगति पर है परन्तु जिन 24 जिलो को राज्य सरकार के पीडब्लूडी और उपसा जोड़ना था उनमें कार्य की स्थित अत्यन्त शिथिलतापूर्ण है।

प्रदेश प्रवक्ता ने प्रदेश की सपा सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार महज खोखले नारे र्होडिंग व विज्ञापन के जारिये प्रदेश की जनता का उत्तम प्रदेश व विकास का सपना दिखा रही है।