लखनऊ: बाढ़ समस्या के फौरी तौर पर निदान के लिए सिंचाई विभाग में उपलब्ध अति-आधुनिक तकनीकी संसाधनों का योजना बद्व तरीके से उपयोग करंे। यह निर्देष प्रमुख सचिव सिंचाई, दीपक सिंघल ने सिंचाई विभाग के मुख्यालय पर सभी जोनल मुख्य अभियन्ताओं, प्रभागी मुख्य अभियन्ताओं की समीक्षा बैठक में दिये। श्री सिंघल ने सिंचाई मंत्री की प्रतिबद्वताओं और संकल्पों को दोहराते हुए कहा कि सिंचाई मंत्री की सख्त हिदायत है कि निर्धारित समय-सीमा से पूर्व गुणवत्तायुक्त योजनाएं पूरी हो।

श्री सिंघल ने सभी मुख्य अभियन्ताओं को निर्देषित किया कि वे बाढ़ नियंत्रण के कार्य में पूर्ण निष्ठां  और समर्पण से कार्य करें तथा अपने अधीनस्थों के कार्य पर भी पूरी निगरानी रखें, ताकि किसी स्तर पर कोई लापरवाही या षिथिलता न हो। प्रमुख सचिव ने यह भी निर्देष दिये कि बाढ़ के दौरान सभी अधिषासी अभियन्ता अपने मुख्यालय पर उपस्थित रहेंगे तथा अपरिहार्य परिस्थितियों में वे जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति से ही मुख्यालय छोड़े। इसी तरह अधीनस्थ कर्मी भी मुख्यालय पर उपस्थित रह कर अपने दायित्वों का निर्वाहन करें।

आधुनिक तकनीक व उत्तम कार्य संस्कृति के विस्तार के ध्येय से जोनल मुख्य अभियन्ता स्तर पर एक दिवसीय कार्यषालाओं का आयोजन करें जिससे विभागीय अधिकारियों और विषेशज्ञयों के मध्य सीधा संवाद स्थापित हो फलतः सिंचाई विभाग में नया वातावरण उत्पन्न हो। आपने कहा कि एक समय था, जब उ0प्र0 प्रदेष सिंचाई विभाग के अभियन्ताओं को वेस्ट-इन-वर्ड (संसार में सर्वोत्तम) की उपाधि से विभूशित किया जाता था। कोटले आदि अभियन्ता इसके जीवान्त प्रमाण है।

प्रमुख सचिव ने अपेक्षा की कि विभाग में चल रही अति-महत्वाकांक्षी योजनाओं (सरयू, बाढ़ सागर, मध्य गंगा, अर्जुन सहायक, कनहर) के सफल क्रियान्वयन हेतु सर्वोच्च प्रथामिकता प्रकोश्ठ के द्वारा इन योजनाओं की समयबद्व समीक्षा की जाये तथा आवष्यकतानुसार ड्रोन आदि उपकरणों से इनका स्थलीय सर्वेंक्षण व मूल्यांकन कराया जाये।   

प्रमुख सचिव, सिंचाई-प्रथम श्री सिंघल ने बिन्दुवार विभागीय कार्यों की सघन समीक्षा की इस क्रम में परिकल्प, नियोजन, बजट उपयोग समय से कार्यानुपालन आदि बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की। 

समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव, सिंचाई-द्वितीय टी0 वैंकटेष, विषेश सचिव, सिंचाई गौरीषंकर प्रियदर्षी तथा ए0के0 सिंह, संयुक्त सचिव, पी0पी0 पाण्डेय सहित प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाअध्यक्ष आनन्द मोहन, प्रमुख अभियन्ता, परिकल्प एवं नियोजन एवं तकनीकी सलाहकार, पैक्ट डी0के0 डुडेजा, मुख्य अभियन्ता, पैक्ट के0के0 जैन सहित अन्य सभी जोनल मुख्य अभियन्ताओं/ प्रभागीय मुख्य अभियन्ताओं ने भाग लिया।