अक्षय सिंह की मौत भाजपा राष्ट्रीय महासचिव का संवेदनहीन बयान

भोपाल: मध्य प्रदेश के मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय पत्रकार अक्षय सिंह की मौत से जुड़े सवाल पर बेतुका बयान देने के बाद अब उनके घर जाएंगे और परिवार से मिलेंगे। इससे पूर्व पत्रकार अक्षय सिंह की मौत के मामले पर कैलाश ने बेहद संवेदनहीन बयान दिया था और उसके बाद फूहड़ हंसी भी हंसी थी।

व्यापमं घोटाले को कवर करने आए ‘आज तक’ के पत्रकार की मौत पर जब मीडिया ने कैलाश विजयवर्गीय से सवाल किए तो उन्होंने संवेदनहीनता की हदें पार करते हुए ठहाके लगाए और कहा कि पत्रकार-वत्रकार छोड़ो, हमसे बड़ा पत्रकार है क्या?

आश्चर्य की बात यह है कि मंत्री जी जब पत्रकार की मौत का मजाक बना रहे थे तब सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनके साथ थे और मंत्री के बयान के बाद उनके चेहरे पर भी हल्की हंसी आ गई।

साथी अक्षय की मौत पर मुझे जिस तरह से संवेदनहीन होने का दुष्प्रचार कुछ मीडिया के लोग कर रहे हैं, उससे मैं बेहद आहत हूं। परसों रात की ऑफ़ द रिकॉर्ड बातचीत को जिस तरह से सनसनीखेज बनाकर प्रचारित किया जा रहा है, उससे मुझे बेहद पीड़ा हुई है। मैं कोई सफ़ाई देना नहीं चाहता, बस मध्य प्रदेश और देश के मुझे वर्षों से जानने वाले मीडिया के मित्रों से एक सवाल का जवाब चाहता हूं कि क्या आपको लगता है कि कैलाश विजयनर्गीय इतना संवेदनहीन है, जो इस तरह की प्रतिक्रिया दे? और यह भी कि क्या पत्रकारिता का इस तरह से दुरुपयोग सही है?

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान की निंदा की है। उन्होंने लिखा, कैलाश विजयवर्गीय की पत्रकारों के प्रति टिप्पणी निंदनीय है। इसमें उनका अहम और अहंकार झलकता है। वह पत्रकारों से माफी मांगें।