मुरादाबाद: लकड़ी के पटरों को आपस में बांधकर बनाई गई ‘जुगाड़’ की नाव से लोगों को ढेला नदी पार करना रविवार को भारी पड़ गया। ‘जुगाड़’ नाव के पलटने से एक ही परिवार के पांच लोगों समेत आठ लोग नदी में डूब गए।

एक बच्चे अदनान (04 वर्ष) का शव बरामद हो गया है। मां शाहिदा और छोटे बेटे अबकान (03 वर्ष) को बचा लिया गया है, जबकि मृतक बच्चे के पिता छाने अली और बड़े भाई आदिल (07) निवासीगण सरकड़ा परम थाना कोतवाली ठाकुरद्वारा समेत पांच लोग अभी लापता हैं।

भगतपुर थाना क्षेत्र के सरकड़ा करीम और पतिया नगला के बीच ढेला नदी को पार कराने के लिए कुछ लोगों ने ट्यूब में हवा भरकर उसके ऊपर टायर जोड़ कर ‘जुगाड़’नाव बना रखी है और दोनों ओर रस्सियों से खींच कर पटरों की नाव से लोगों को किराया लेकर नदी पार कराते हैं।

सरकड़ा परम के छाने अली का परिवार भी दोपहर में लगभग 11.30 बजे इसी अस्थायी नाव के सहारे ढेला नदी पार कर रहा था। नाव पर तीन अन्य लोग सवार थे, जबकि दो बाइकें भी रखी थीं। बीच नदी में जब ‘जुगाड़’ नाव पहुंची तो वजन अधिक होने से अचानक नाव का पलट गई और उस पर सवार सभी लोग नदी में समा गए।

आसपास मौजूद लोगों ने किसी तरह से शाहिदा और उसकी गोद में मौजूद अबकान को बचा लिया, जबकि कुछ देर तलाश के बाद अदनान का शव मिल गया। अन्य लोगों की अभी तक तलाश जारी थी। नाव पर सवार तीन अन्य लोगों की पहचान भी नहीं हो सकी थी। ग्रामीणों के साथ ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच कर सर्च अभियान चलाए हुए थी।