नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 2002 में हुए गुजरात दंगों से काफी आहत थे। उन्होंने दंगों को लेकर अपनी नाराजगी जताई और इसे एक गलती करार दिया था। यह कहना है देश की प्रमुख इंटेलिजेंस एजेंसी रॉ के पूर्व प्रमुख एएस दुलाट का।

एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में दुलाट ने कहा कि 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद वाजपेयी ने मुझसे बातचीत में 2002 के गुजरात दंगों का जिक्र किया था। वाजपेयी के दुख को साफ महसूस किया जा सकता था।

दुलाट साल 2000 तक रॉ के प्रमुख रहे और बाद में वाजपेयी के समय प्रधानमंत्री कार्यालय में कश्मीर मुद्दे पर विशेष सलाहकार थे। इस साक्षात्कार में उन्होंने कश्मीर से जुड़े कई मुद्दों पर बातचीत की। दुलाट के अनुसार मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रूबिया सईद 1989 में आतंकवादियों के निशाने पर नहीं थी, बल्कि अब्दुल्ला की बेटी सफिया आतंकवादियों के निशाने पर थी।

वहीं दुलाट ने खुलासा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी फारूख अब्दुल्ला को उपराष्ट्रपति बनाना चाहते थे, लेकिन बाद में वह अपने वादे से मुकर गए। उन्होंने कहा कि यह वाजपेयी का ही विचार था कि उमर अब्दुल्ला को राज्य का मुख्यमंत्री और उनके पिता फारूख अब्दुल्ला को उपराष्ट्रपति बनाया जाए। उन्होंने खुलासा किया कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के प्रमुख सैयद सलाउद्दीन ने अपने बेटे को मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के लिए एक बार श्रीनगर में आईबी प्रमुख से संपर्क किया था और तत्कालीन मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने इसकी व्यवस्था भी की थी।