मुंबई। एन्काउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से जाने जाने वाले महाराष्ट्र पुलिस के सब इंस्पेक्टर दया नायक को एक बार फिर सस्पेंड कर दिया गया है। एक सरकारी कर्मचारी ने इस बारे में जानकारी दी लेकिन किसी प्रकार के टिप्पणी करने से मना कर दिया।

नायक को जून 2012 में दोबारा बहाल किया गया था और उन्हें पिछले साल नागपुर भेज दिया गया था जहां उनपर केस होने के कारण वे ड्यूटी ज्वाइन नहीं कर पाए।

1995 के बैच के पुलिस ऑफिसर नायक को 2006 में आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में पूर्व पत्रकार केतन तिरोडकर की शिकायत के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार किया था। वह तकरीबन साढ़े छह साल तक सस्पेंड रहे। एंटी करप्शन ब्यूरो ने नायक के अलावा उनके दो दोस्तों को भी गिरफ्तार किया था जिन्होंने प्रॉपर्टी को ट्रांसफर करने में नायक की मदद की थी।

गौरतलब है कि 2009 में डीजीपी एसएस विर्क ने केस में सबूतों की कमी होने के कारण नायक पर लगे सारे आरोप को खारिज कर दिया था। इसके बाद 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने मकोका के तहत उनपर लगे सारे आरोप खारिज कर दिए थे। इसके बाद 2012 में उन्हें दुबारा बहाल कर दिया गया।

नायक अबतक 80 गैंगस्टरों का एन्काउंटर कर चुके हैं जिनमें खूंखार गैंगस्टर विनोद मातकर, रफीक दब्बा, सादिक कालिया और लश्कर-ए-तैय्यबा के तीन आतंकी के नाम शामिल हैं।