नई दिल्ली: धौलपुर पैलेस पर कथित तौर पर कब्जे को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार को राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और उनके बेटे दुष्यंत के खिलाफ फिर हमला बोला और कई आरोप लगाए। उन्होंने इसके समर्थन में कई दस्तावेज भी पेश किए। मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने दुष्यंत पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि यह महल सरकारी संपत्ति है जिसे वसुंधरा ने निजी संपत्ति में बदला है।

जयराम रमेश ने पेश किए गए दावों में कहा कि वर्ष 1949 में कांग्रेस ने कागज पेश किए। उनका कहना था कि यह देश का नंबर वन घोटाला है। आरोप लगाया कि वसुंधरा और दुष्यंत ने सरकारी संपत्ति को निजी बनाकर उसका दो करोड़ का मुआवजा भी हासिल किया। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने पीएम नरेंद्र मोदी के जमीर को ललकार हुए कहा कि पीएम कुंभकर्ण जैसी नींद से उठें और वसुंधरा राजे सिंधिया से इस्तीफा लें।

धौलपुर महल को लेकर जयराम रमेश ने आज 4 नए दस्तावेज भी पेश किए। गौर हो कि सोमवार को भी जयराम रमेश ने धौलपुल महल को लेकर अपनी बात रखी थी और कहा था कि ये संपत्ति सरकार की है और वसुंधरा राजे ने ललित मोदी के साथ मिलकर इस महल को अपने निजी कब्जे में कर रखा है।

जयराम रमेश के दावों के मुताबिक राजे के उनसे अलग रह रहे पति हेमंत सिंह ने एक कोर्ट के सामने माना था कि यह पैलेस राजस्थान सरकार की संपत्ति है। कथित तौर पर 1954 और 2010 के बीच के राजस्व विभाग के कई दस्तावेज यह दर्शाते हैं कि यह महल सरकार की संपत्ति है। इसके बावजूद वसुंधरा और ललित मोदी की कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स ने इसे एक आलीशान होटल में बदल दिया और सौ करोड़ रुपये का निवेश किया।