लखनऊ:  भारतीय जनता पार्टी ने मेरठ के सर्किट हाउस में करोड़ो रूपये के कार्टून पर सपा-बसपा के नेताओं पर हमला बोला। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने आरोप लगया कि मेरठ के सर्किट में करोड़ो के लेन-देन की बात सामने आई है। सर्किट हाउस में बसपा नेता नसीमुद्दीन और सपा के मंत्री शाहिद मंजूर ठहरे थे। इस बात की जांच होनी चाहिए कि ये करोड़ो रूपये कौन देने वाला था ? और किसे मिलने वाला था ? मेरठ की पुलिस निष्क्रिय क्यों है? गाड़ी का नम्बर मिलने के बाद भी जांच क्यों नहीं हो पा रही है ? क्या सर्किट हाउस में लेन-देन की बड़ी साजिश हो रही थी ?

प्रवक्ता डा0 मिश्र ने आरोप लगाया कि सपा और बसपा के नेता अवैध और काली कमाई के लिए कुख्यात है। इस संभावित लेन देन की तीन संभावनाये है। तीनों संभावनाओं में सपा, बसपा अलग-अलग और साथ-साथ नजर आते है। अभी इन दिनों प्रदेश में अवैध करोड़ो का लेन देन चिंताजनक है। डा0 मिश्र ने कहा कि एक संभावना यह भी है कि क्या सपा-बसपा के बीच कोई डील होने वाली थी ? सर्किट हाउस में ठहरे दोनों लोग सफाई क्यों नहीं दे रहे है ?

डा0 मिश्र ने कहा कि मेरठ पुलिस की भूमिका की संदिग्ध है। विवादित गाड़ी जिसमें नोट लाये गये थे का नम्बर ट्रेस हो गया है। गाड़ी का नम्बर जानने के बाद भी पुलिस मामले का खुलासा क्यों नहीं कर रही हैं ?

प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा इन करोड़ो रूपये के गत्ते की सभी संभावनाओं की जांच होनी चाहिए। इस बात का पता चलना ही चाहिए कि आखिर यह रूपये किसके थे ? तथा किसको मिलने वाले थे ? प्रदेश की सपा सरकार में अवैध रूपयों का लेन देन आम बात है। बसपा भी रूपयों के लेन देन के लिए कुख्यात है। प्रदेश की जनता के सामने सच आना ही चाहिए।