नई दिल्ली। ललित मोदी की इमिग्रेशन अपील पर दस्तखत कर घिरीं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर इस्तीफे का दबाव बढ़ता जा रहा है लेकिन क्या बीजेपी वाकई उनसे इस्तीफा लेगी? इस सवाल पर खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह चुप्पी साध गए हैं।

गौरतलब है कि इस विवाद में सबसे पहले जब सुषमा स्वराज का नाम सामने आया था तो पार्टी की ओर से उनका बचाव करने के लिए खुद अमित शाह ही सामने आए थे।

अमित शाह आज दिल्ली में एक कार्यक्रम में आपातकाल के दौरान जेल में रहने वाले लोगों का सम्मान करने के लिए पहुंचे थे। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या वे ललित गेट में फंसीं वसुंधरा राजे का इस्तीफा लेंगे तो उन्होंने पत्रकारों के इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया।

खास बात ये है कि ये कार्यक्रम इमरजेंसी के दौरान गिरफ्तार लोगों के सम्मान के लिए था और इसमें बीजेपी के ही सबसे वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को आमंत्रित नहीं किया गया था।

आडवाणी ने हाल ही में इमरजेंसी को लेकर जो बयान दिया था उससे सरकार और पार्टी की खासी किरकिरी हुई थी। अमित शाह से जब आडवाणी को न बुलाए जाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसका भी कोई जवाब नहीं दिया और कार्यक्रम से चले गए।