लखनऊ: सर्वोच्च न्यायालय द्वारा शाहजहांपुर के पत्रकार स्व0 जगेन्द्र सिंह हत्याकाण्ड का संज्ञान लिये जाने एवं केन्द्र व राज्य सरकार को घटना की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने हेतु नोटिस जारी किया जाना प्रदेश सरकार के लिए शर्मनाक है। 

प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने आज जारी बयान में कहा कि जबसे समाजवादी पार्टी सत्ता में आयी है तबसे तमाम आपराधिक मामलों में सत्तारूढ़ दल के मंत्रियों एवं नेताओं की संलिप्तता उजागर हुई है लेकिन सरकार ने जघन्य घटनाओं को भी संज्ञान में नहीं लिया। यही कारण है कि अधिकतर मामलों में न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद भी यह सरकार पीडि़तों को न्याय दिलाने में अपेक्षित कार्य नहीं कर रही है। पत्रकार स्व0 जगेन्द्र सिंह की जलाकर की गयी निर्मम हत्या के बाद उनके परिजनों सहित राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र के लोगों द्वारा न्याय के लिए आवाज उठाये जाने के बाद भी यह सरकार इस जघन्य घटना को पूरी तरह से दबाने और अपने मंत्री को बचाने में लगी रही। 

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस घटना का संज्ञान में लिये जाने एवं नोटिस जारी करने के बाद प्रदेश सरकार अंततः हरकत मंे आयी। प्रदेश की समाजवादी पार्टी की यह सरकार स्व0 जगेन्द्र सिंह के पीडि़त परिजनों से समझौते के रूप में आर्थिक मुआवजे के नाम पर न्याय का गला घोंटने पर अमादा है, जबकि उसके परिजन इस हत्याकाण्ड की सीबीआई जांच की मांग के साथ ही आरोपित राज्यमंत्री की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के दखल के बाद भी न्याय न दिलाकर पैसे के बल पर मुंह बंद करने और घटना में लीपापोती करने की कोशिश की जा रही है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।