लंदन। ताजा मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने ट्रेवल वीजा पाने के लिए केवल भारत से ही नहीं बल्कि ब्रिटेन से भी मदद ली थी। खबर है कि यूके के होम ऑफिस से ट्रेवल पेपर्स पाने के लिए ललित मोदी ने प्रिंस चार्ल्स और उनके भाई एंड्रयू सहित ब्रिटिश परिवार के नाम का भी सहारा लिया था।

एक विदेशी अखबार में छपी खबर के मुताबिक महारानी एलीजाबेथ दि्वतीय के दूसरे पुत्र प्रिंस एंड्रयू ललित मोदी को पिछले कुछ सालों से जानते हैं और पिछले साल जुलाई में मोदी को ट्रेवल वीजा मिलने से पहले प्रिंस ललित से मिलने उनके लंदन स्थित घर भी गए थे। बकिंघम पैलेस ने यह खुलासा करने से इनकार किया है कि इस मुलाकात के दौरान दोनों में क्या बातचीत हुई, लेकिन यह भी कहा है कि ड्यूक ने ब्रिटिश सरकार के पास मोदी की सिफारिश नहीं लगाई थी।

गौरतलब है पिछले कुछ दिनों से ललित मोदी के ट्रेवल वीजा मामले ने भारत की राजनीति में भूचाल ला कर रख दिया है। अब तक इस मामले में सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे आदि कुछ नेताओं के नाम सामने आ चुके हैं। अंग्रेजी अखबार के मुताबिक ब्रिटिश एमपी कीथ वाज ने जून 2014 में यूके वीजाज एंड इमिग्रेशन के डायरेक्टर जनरल साराह रैपसन को पत्र लिखकर पूछा था कि क्या मोदी को टे्रवल वीजा दिया जा सकता है।

वाज का कहना है कि उन्होंने मोदी की मदद इसलिए की थी क्योंकि ललित मोदी ने उनसे कहा था कि उनकी पत्नी कैंसर से पीडित है और उनके इलाज के लिए उन्हें भी विदेश साथ जाना जरूरी है। पिछले साल 2 जुलाई को वाज ने गृह मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी से भी मोदी की सिफारिश की थी। वाज ने बताया, “मोदी ने मुझे बताया था कि उनकी मुलाकात प्रिंस ऑफ वेल्स चार्ल्स से हुई थी और वे दो दिन पहले प्रिंस एंड्रयू से भी मिले थे। दोनों ने उन्हें इस मामले में मदद करने का आश्वासन भी दिया था।”