लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले के बाबागंज में इलाहाबाद फैजाबाद हाइवे किनारे स्थित गोयल रेजीडेंसी होटल में शुक्रवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे शार्ट सर्किट से आग लग गई।

होटल में आग से बचाव के कोई उपाय न होने से पूरे होटल में धुंआ भर गया और दम घुटने से होटल में ठहरे दस लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग प्रतापगढ़ व इलाहाबाद के अस्पतालों में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं। तीन मंजिला होटल एयर कंडीशन है इसलिए धुंआ या गैस निकलने की कोई जगह नहीं थी। होटल में सो रहे कई कर्मचारी व ठहरने वाले लोग सोते ही रह गए और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।

दो कर्मचारी ग्राउंड फ्लोर पर आग से झुलसकर मर गए। जो लोग जाग गए उनमें से पांच लोग होटल की दूसरी मंजिल का शीशा तोड़कर कूद पड़े। कुछ लोग अपने-अपने घर व मित्रों को फोन कर मदद मांगी और बाथरूम में छिप गए। लेकिन इसमें से कई लोग दम घुटन से मर गए जबकि कई बाथरूम व गैलरी में बेहोश पाए गए। स्थानीय लोगों ने अपनी जान पर खेलकर होटल में फंसे लोगों को बाहर निकाला जबकि प्रशासन मूक दर्शक बना रहा।

एम्बुलेंस से घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया जहां से अधिकतर लोगों को इलाहाबाद रेफर कर दिया गया। चार घंटे में फायर बिग्रेड ने आग पर काबू पा लिया हालांकि होटल से धुंआ रह-रहकर उठता रहा और फायर ब्रिगेड के जवान मलबा खुरचकर पानी डालते रहे। मरने वालों में दो महिलाएं व आठ पुरुष हैं। खबर लिखे जाने तक मरने वालों की संख्या बढ़कर तेरह बताई जाने लगी लेकिन प्रशासन से इसकी पुष्टि नहीं हो पाई थी।