लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार के मुखिया के बयान को बेशर्मी  भरा बताया हैं। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पुलिस विभाग के आंकडे बता रहे हैं की प्रदेश में रोजना 11 से ज्यादा हत्याऐं हो रही है। यदि सरकार के मुखिया का ठीक कानून व्यवस्था का यही पैमाना हैं तो यह शर्मनाक हैं। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था का आलम यह है एक राज्यमंत्री फरार हैं जिसकी गिरफ्तारी आजतक नही हो सकी और दूसरा राज्यमंत्री जिसके ऊपर शाहजहांपुर के एक पत्रकार की हत्या का आरोप है, उसे आजतक सरकार ने बर्खास्त नही किया और जांच पड़ताल के नाम पर मामले को रफादफा करने का प्रयास कर रही है। तथा तीसरे  राज्यमंत्री के ऊपर सम्बन्धित जिले के ए0आर0टी0ओ0 तथा व्यापार कर विभाग के सयुक्त आयुक्त ने पैसे के लिए धमकाने का आरोप लगाया है। उसके भी खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। बहराइच में सपा के एक नेता ने आर0टी0आई कार्यकर्ता की हत्या कर दी यही सभी घटनाए कानून व्यवस्था की हालात को स्वतः बयान कर रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक तरफ थानों में एफ0आई0आर0 नहीं लिखी जा रही है तो दूसरी तरफ जाली नोंटो का नेटवर्क बडे पैमाने पर काम कर रहा हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश की कानून व्यवस्था चुस्त दुरूस्त बताना सच्चाई पर पर्दा डालने जैसा है।

हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि अवैध खनन का व्यापार पूरे प्रदेश में सरकारी संरक्षण में खुलेआम चल रहा हैं। इलाहाबाद जनपद के शंकरगढ इलाके में खनन माफियाओं ने नीवीं पहाडी को ही खोद कर मैदान बना दिया यह सरकारी सरक्षण के बगैर असम्भव है। बहराइच में अवैध खनन के खिलाफ वहां की जनता और सांसद दोनंो का धरने पर बैठना पड़ा। आगरा के समाजवादी नेता शैलेन्द्र अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के आलाअफसरों द्वारा ट्रान्सफर और प्रोमोशन में हुए व्यापार को लेकर जो तथ्य सामने आये हैं, वह उत्तर प्रदेश सरकार के कानून व्यवस्था का आईना है। 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा प्रदेश में प्रत्येक दिन बढ़ती हत्या, लूट, बलवे आदि घटनाओं के बावजूद प्रदेश के मुखिया को यदि प्रदेश की कानून व्यवस्था चुस्त दुरस्त लगती हैं तो यह अपने आप में आश्र्चय जनक और प्रदेश की जनता को निराश करने वाला है। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था भयावह है और इसका कारण कही न कहीं अपराध में लिप्त जिम्मेदार पदो पर बैठे लांेगो को सरकार का संरक्षण तथा सरकार में बैठे जिम्मेदार लोंगो और आम लोगो के लिए नियम कानून की अलग व्याख्या है।