लखनऊ: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार जबसे सत्ता में आयी है महिलाओं के विरूद्ध जघन्य अपराधों में बाढ़ सी आ गयी है, जिसे रोक पाने में वह पूरी तरह अक्षम साबित हुई है, किन्तु इस कमी को छिपाने के लिए जिस प्रकार महिलाओं के विरूद्ध अपराधों को रोकने के लिए बनाये गये वुमेन पावर लाइन 1090 का हिन्दी फिल्म निर्देशक महेश भट्ट एवं फिल्म अभिनेत्री विद्या बालन द्वारा इस सुविधा के लिए प्रदेश सरकार के पक्ष में जमकर करायी गयी तारीफ की सच्चाई बिल्कुल इसके विपरीत है। 

उत्तर प्रदेश कांग्रेस का आरोप है कि केन्द्र की भाजपा सरकार के स्वच्छ भारत अभियान की देखादेखी प्रदेश की सपा सरकार भी सिर्फ बड़ी-बड़ी हस्तियों का फोटो सेशन करवा रही है परन्तु महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई भी काम नहीं कर रही है। प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री ने वर्ष 2013 में यह घोषणा की थी कि प्रत्येक थाने में कम से कम एक महिला की तैनाती की जायेगी जिससे कि महिलाओं के विरूद्ध किये जा रहे अपराधों को रोका जा सके, परन्तु यह अभी तक घोषणा मात्र ही है और मुख्यमंत्री जी ने एक बार पुनः यह घोषणा की है कि वह 2013 की घोषणा को क्रियान्वित करेंगे। यही कारण है कि आज देश में महिलाओं के विरूद्ध अपराधिक घटनाएं सर्वाधिक उ0प्र0 में हो रही हैं।  

डरें नहीं, सहें नहीं, खुलकर बोलो, चुप्पी तोड़ो के स्लोगन तो जरूर वुमेन पावर लाइन के लिए दिया गया है लेकिन प्रदेश में महिलाओं के बीच भय का वातावरण व्याप्त है। न केवल महिलाओं में बल्कि जिस प्रकार शाहजहांपुर की घटना एक मंत्री द्वारा करायी गयी है और सरकार जिस तरह उसके समर्थन में खड़ी है उससे सम्पूर्ण प्रदेश के जनमानस में डर, भय और कानूनविहीनता का वातावरण व्याप्त हो गया है। प्रदेश सरकार और प्रशासन से आम जनता का विश्वास उठ गया है।